कवर्धा। कवर्धा में किसानों की धान खरीद नहीं होने से नाराज किसानों ने पिछले चार दिनों ने कलेक्ट्रोरेट के सामने धरने पर है वही आज बोडला में किसानो ने चक्का जाम कर दिया है जिसकी वजह से आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना कर पढ़ रहा है आन्दोलनकारी किसानों बोडला चिल्फी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है .प्रदर्शन की वजह से मुख्य मार्ग पर गाड़ियों की लम्बी कतार लग गई है आज बोडला में किसानों ने पहली बार चक्का जाम किया है .
प्रशासन भी शनिवार रात किसनों को समझाईस देने पहुंचे थे. लेकिनकिसानों ने प्रदर्शन ख़त्म करने से मनकर दिया था.भारतीय किसान संघ ने समझाईस के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया. लेकिन किसान अब भी धरने पर है .किसान अब हाइकोर्ट में याचिका लगाने की तैयारी कर रहे है .
जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की लापरवाही ही है जिसके कारण ये नौबत आई है। दरअसल छह माह पहले ही जिले में पटवारी धान का सर्वे का रकबा की जानकारी देते हैं। कवर्धा जिले में एक लाख हेक्टेयर धान रकबा होने की जानकारी होते हुए भी प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खरीदी की दर से बारदाना खरीदी किया जाना चाहिए था जो नहीं किया गया। 13 फरवरी को पंडरिया विधायक ने भी कलेक्टर को आवेदन करके धान खरीदी की समस्याओं से अवगत कराया था । वहीं जिला प्रशासन की लापरवाही को उजागर खत के माध्यम से की गई थी, तब भी जिला प्रशासन में विधायक के आवेदन को नजरअंदाज किया गया। किसानों के मुताबिक अगर सही समय पर बारदाना उपलब्ध करा दिया जाता तो इस स्तिथि से गुजरना नहीं पड़ता।