दुर्ग। पीडीएस की हेराफेरी पर लगाम कसने पुलिस ने सख्ती बरतने की शुरुआत कर दी है। दुर्ग में पीडीएस चावल हेराफेरी के मामले में दो कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 90 टन चावल जप्त किया गया है। पीडीएस खाद्यान की कालाबाजारी को लेकर दुर्ग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने अधिकारियों को कालाबाजारियों पर लगातार निगाह रखने के लिए निर्देशित किया है।
इस गोरखधंधे की मुख्य जड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस अधिकारी खुफिया तरीके से जांच कर रहे हैं। बता दें कि पुलिस ने पीडीएस की कालाबाजारी करने वाले दो आरोपियों को दबोचा है। पुलिस ने भिलाई के श्रीपाल जैन और दुर्ग के किशन खंडेलवाल के पास से लगभग 90 टन चावल पकड़ा। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। इधर पुलिस ने गोरखधंधे की जड़ तक जाकर जल्द बड़ा खुलासा करने का दावा किया है।
नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों की प्रारंभिक जांच के बाद चावल को पीडीएस के समतुल्य माना गया और कार्रवाई करते हुए 3 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने दुर्ग में अपराध दर्ज किया गया। मुख्य आरोपी किशन खंडेलवाल मामले में अब तक फरार है। उस पर पहले भी पीडीएस चावल अफरा-तफरी के आरोप लगे हैं, पुलिस ने अपराध भी दर्ज किया है। मामले में दो अन्य आरोपी उरला निवासी संतोष चंद्राकर (50 वर्ष) व दूसरा गंजपारा निवासी सनत यादव (19 वर्ष) है। उनके विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3 व 7 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। उनके खिलाफ मामले की जांच की जाएगी। इसके बाद नियमानुसार उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आगे भी कार्रवाई अभी चलेगी। सरकारी चावल की अफरा-तफरी का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 11 जनवरी को जेवरा पुलिस चौकी अंतर्गत चिखली चौक पर पुलिस ने करीब 255 क्विंटल चावल जब्त किया था।