रायपुर। अवैध शराब को लेकर सीएम के सख्त रुख के बाद अब पुलिस विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है. मंदिर हसौद थाना क्षेत्र में शनिवार को मिले शराब के जखीरे के बाद लाइन अटैच किये गए थाना प्रभारी को अब सस्पेंड कर दिया गया है. डीजीपी डीएम अवस्थी ने थाना प्रभारी नरेश कांगे को सस्पेंड कर रायपुर से बस्तर लाइन भेज दिया है. निलंबन के दौरान उन्हें बस्तर पुलिस लाइन में अपनी हाजरी देनी होगी.
डीजीपी द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि दिनांक 7 मार्च रायपुर जिले के मंदिर हसौद थाना के ग्राम दरबा में दबिश देकर अवैध शराब का जखीरा पकड़ा गया था, उक्त प्रकरण में थाना प्रभारी द्वारा त्वरित वांछित कार्रवाई ना कर कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरती गई. जिसके फलस्वरूप नरेश कांगे को निलंबित करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
विधानसभा में सीएम ने किया था ऐलान
सीएम की चेतावनी के बाद डीजीपी की इस कार्रवाई ने पूरे पुलिस विभाग को दो टूक संदेश दे दिया है कि किसी भी सूरत में अवैध शराब से जुड़े मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल ने 5 मार्च को विधानसभा में ऐलान किया था कि अगर किसी भी जिले में अवैध शऱाब बरामद होती है तो वहां का एसपी जिम्मेदार होगा.
थाना प्रभारी होंगे निलंबित, एसपी भी जिम्मेदार
विधानसभा में सीएम के ऐलान के बाद डीजीपी ने भी आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित किया जाएगा और एसपी भी उसके लिए जिम्मेदार होंगे. हालांकि जिन जिलों में अवैध शराब का मामला आएगा उन जिलों के एसपी के खिलाफ किस तरह की जिम्मेदारी तय की जाएगी, इसका उल्लेख कहीं पर भी नहीं किया गया है.
आपको बता दें शनिवार को महासमुंद पुलिस ने राजधानी के मंदिर हसौद थाना क्षेत्र स्थित ग्राम दरबा में छापामार कार्रवाई करते हुए हरियाणा में बनी हुई 380 पेटी शराब सरपंच के घर से बरामद किया था. जिसके बाद थाना प्रभारी नरेश कांगो को एसपी ने लाइन अटैच कर दिया था और उनकी जगह सोनल ग्वाला को मंदिर हसौद थाना की जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसके बाद रात में सोनल ग्वाला के नेतृत्व में मंदिर हसौद पुलिस ने दबिश देकर दरबा और नकटी गांव के बीच में स्थित खेत में छिपाकर रखी गई 102 पेटी शराब बरामद किया था. जिसे पैरा में छिपाकर रखा गया था.