जगदलपुर। छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जो दो जवान शहीद हो गए थे। इनमें से एक उपेंद्र साहू का अंतिम संस्कार रविवार को हुआ। अंतिम संस्कार में शहीद उपेंद्र साहू का चार साल का बेटा लकी भी मौजूद था। लकी का बड़ा भाई अनिरुद्ध शहीद पिता को मुखाग्नि देने की तैयारी कर रहा था। इसके पहले शहीद जवान के पार्थिव शरीर को इंद्रावती के नए पुल के नीचे नदी के तट पर लाया गया था। शहीद के पार्थिव शरीर की पुष्पचक्र परिक्रमा का आयोजन किया गया और एक बार फिर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया जा रहा था। इस दौरान कुछ ऐसा घटित हुआ कि अंतेष्टि में शामिल हर व्यक्ति की आंख नम हो गई।
दरअसल शहीद उपेंद्र साहू के 4 वर्षीय मासूम बेटे लकी को लगा कि कोई खेल चल रहा है। रिश्तेदार की गोद में वह बाल गीत.. ‘गोल-गोल रानी, इत्ता–इत्ता पानी’.. गाने लगा। मासूमियत भरे इस गीत को सुनकर जो भी लोग शहीद पर गर्व करते हुए अब तक अपने आंसू थामे हुए थे उनके सब्र का बांध टूट गया । सभी की आंखें छलक आई। पोयम की दो लाइन गाने के बाद बच्चे ने यहां मौजूद एक शख्स से पूछा कि पापा को कहां लगी है, शहीद पिता का चेहरा छूकर, उसने पूछा यहां लगी या नाक में। मासूमियत भरे इन सवालों से यहां मौजूद लोगों को आंसुओं से भिगो दिया।