राज्य सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में फीस वसूली की शिकायत को लेकर एक और कड़ा पत्र जारी किया है। सभी जिला शिक्षा अधिकारी को जारी पत्र में सरकार ने पहले ही ये स्पष्ट कर दिया था कोई भी निजी स्कूल लॉक डाउन के बीच किसी भी पालकों से फीस नहीं ले सकता। बावजूद इसके बहुत सी जगहों से जानकारी आ रही थी कि स्कूलों के द्वारा फीस की वसूली की जा रही है। इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए DPI जितेंद्र शुक्ला ने कड़ा पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि किसी भी सूरत में फीस के लिए अभिभावकों को दवाब नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने अपने आदेश में लिखा है..
“आपको निर्देशित किया जाता है कि निजी शालाओं को संदर्भित पत्र की प्रति भेजकर उनसे यह स्पष्ट प्रमाण पत्र लिया जाये कि शाला प्रबंधकों द्वारा पालकों से फीस नहीं मांगी गयी है। समस्त जिला शिक्षा अधिकारी कल शाम तक संचालनालय को उपरोक्त आशय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें, इस कार्यवाही को प्राथमिकता से संपादित करें”
राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों के नामी स्कूलों से इस तरह की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद आज राज्य सरकार ने स्कूलों से ये लिखित में माँगा है कि उनके द्वारा बच्चों के पालकों से फीस नहीं मांगी जा रही है।