रायपुर। शासन और प्रशासन के बार-बार चेतावनी के बावजूद लोगों को बेपरवाह आसानी से देखा जा सकता है। इसकी बानगी आज सुबह राजधानी के कलेक्टोरेट में देखने को मिली, जहां लोग रायपुर से बाहर जाने के लिए आवेदन लेकर खड़े नजर आए। दिए गए निर्देश के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति के बीच कम से कम 2 मीटर की जरूरी अनिवार्य है, लेकिन लोग इस कदर सटकर खड़े नजर आए, जैसा कि आम दिनों में दिखाई पड़ता था।
कलेक्टोरेट कार्यालय में नजर आने वाली इस भीड़ के बारे में जब पतासाजी की गई, तो जानकारी मिली कि लगी हुई यह लंबी लाइन उन लोगों की है, जो विगत 40 दिनों से राजधानी में हैं, और प्रदेश के ही दूसरे जिलों में जाने की अनुमति मांग रहे हैं। इसके अलावा इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिन्हें दूसरे प्रदेशों के लिए जाना है।
प्रदेश सरकार ने बेहद साफ लब्जों में लोगों को समझाया है और बार-बार ताकिद भी कर रही है कि देश इन दिनों कठिन दौर से गुजर रहा है, ऐसे में सोशल डिस्टेंशिंग ही एकमात्र कारगर उपाय है, जिसके माध्यम से लोग इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से बच सकते हैं। वर्दीधारी कड़ी धूप में पूरे समय लोगों को बार-बार परस्पर दूरियां बनाए रखने का आग्रह कर रहे हैं, जरूरत पड़ने पर फटकार भी लगा रहे हैं, लेकिन लोग इस बात को समझने का प्रयास नहीं कर रहे हैं, जिससे खतरा बढ़ता ही जा रहा है।