रायपुर। कोरोना संक्रमण काल की वजह से लाॅक डाउन को करीब 50 दिन हो रहे हैं। इस बीच करीब 40 दिनों तक तमाम आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से बंद रही। इस बीच केंद्र सरकार के निर्देशों के मुताबिक राज्य में गतिविधियों का संचालन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार ने किया। इसका सुखद परिणाम यह है कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले छत्तीसगढ़ में इन 50 दिनों के भीतर केवल 59 लोग ही कोरोना पाॅजिटिव निकले हैं, जिनमें से 38 पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं, और केवल 21 उपचार के लिए रायपुर एम्स में दाखिल हैं। सबसे अच्छी बात यह रही कि अभी तक छग राज्य में किसी तरह की जनहानि कोरोना की वजह से नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन तमाम बातों की जानकारी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक विशेष पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि राज्य में आर्थिक गतिविधियां लंबे समय तक बंद रखे जाने की वजह से काफी नुकसान हो चुका है। केंद्र की अनुमति के बाद राज्य सरकार ने जोन के हिसाब से कार्यों को गति देने का प्रयास किया है, इससे आमजन में भी कुछ विश्वास जागा है। लेकिन 17 मई के बाद लाॅक डाउन की क्या होगी, इस बात को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। इसके साथ ही केंद्रीय आदेश के मुताबिक ग्रीन जोन में यदि नए संक्रमित पाए जाते हैं, तो उसे रेड जोन में लेकर आर्थिक गतिविधियों पर विराम लगाना होगा, इससे असंतोष बढ़ सकता है।
मुख्यमंत्री बघेल ने पीएम को लिखे पत्र में आग्रह किया है कि राज्यों को अपने स्तर पर आर्थिक गतिविधियों के संचालन की छूट एवं दी जाए, जिससे राज्य की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित ना हो। साथ ही उन्होंने इस बात पर ध्यान आकर्षित किया है कि राज्य को सामान्य स्थिति में संचालित करने के लिए तीन माह हेतु 30 हजार करोड़ का अनुरोध उन्होंने पूर्व में किया था, जिसकी पहली किश्त के तौर पर 10 हजार करोड़ तत्काल स्वीकृत किए का आग्रह किया गया है, इस पर विशेष ध्यान देकर सहायता राशि प्रदान किया जाए, ताकि राज्य की गतिविधियों को सुगमता से संचालित किया जा सके।