बिलासपुर। बिलासपुर का एक परिवार जो पूणे में फंसा हुआ है, उन्हें पूणे प्रशासन ने बिलासपुर जाने की अनुमति देते हुए पास जारी कर दिया है। मूल रूप से रुद्रकर परिवार बिलासपुर के निवासी हैं, जो पिता के उपचार के पूणे गए हुए थे, लेकिन उपचार के दौरान उनके पिता का पूणे में देहांत हो गया, लिहाजा लाॅक डाउन की वजह से पिता का अंतिम संस्कार पूणे में ही करना पड़ा। विगत दो माह से घर लौटने की बांट जोह रहे रूद्रकर परिवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित विभिन्न लोगों से गुहार लगाई थी, इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ध्यान देकर महाराष्ट्र सरकार से चर्चा की और रूद्रकर परिवार को पूणे से बिलासपुर भेजने का आग्रह किया। अंततः आज पूणे प्रशासन ने इस परिवार को बिलासपुर जाने की अनुमति के साथ पास जारी कर दिया है।
दरअसल, देवकांत रूद्रकर जो बिलासपुर के निवासी हैं, बिलासपुर में ही शासकीय स्कूल के शिक्षक हैं। पिता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें उपचार के लिए वे मार्च में पूणे गए थे, लेकिन उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया। इस बीच लाॅक डाउन की घोषणा हो गई और पूरे देश में आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। देवकांत के साथ उनका पूरा परिवार जिसमें माता सुशीला, पत्नी प्रीति, बेटा श्रेयांश और पुत्री अरूण्या शामिल है, वे भी पूणे गए हुए थे। इस तरह से पूरा परिवार पूणे में फंसकर रह गया। इस बीच उन्होंने घर वापसी के लिए गुहार लगाई, जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवेदनशील होते हुए महाराष्ट्र सरकार से चर्चाकर रूद्रकर परिवार के घर वापसी के लिए व्यवस्था करने का आग्रह किया था। इस पर मुहर लग गई है और आज रूद्रकर परिवार पूणे से रवाना हो जाएगा।