प्रकृति के सुंदरतम स्थानों में गिने जाने वाले कुर्सियांग दार्जिलिंग से आने वाली कुसुम शर्मा पहली बार अपने जन्मदिन को लेकर दुविधा में हैं। उन्होंने बताया यह दुविधा ऐसी है जो मेरे जिंदगी में हमेशा से अहम रोल निभाती है। जिज्ञासु पत्रकारों ने जब दुविधा का कारण जानने का प्रयास किया तो वह हैरान कर देने वाला था। उन्होंने बताया कि मेरे सजने सवरने के सभी सामान लॉक डाउन के कारण हॉस्टल में फंस गए हैं, जिसके कारण इस बार मेरे पास सजने सवरने के लिए कुछ नहीं है। इसका गहरा प्रभाव मेरे टिक टॉक वीडियो पर पड़ सकता है और मेरे फॉलोअर्स में भी कमी आ सकती है, जिसको लेकर मैं कुछ दिनों से बहुत परेशान हूं।
देर रात से ही लोग मेरे वीडियो की प्रतीक्षा कर रहे हैं पर मैं उन्हें कुछ भी दे पाने में असमर्थ हूं। शुभकामनाओं की लगातार झड़ी के कारण अभी मुझे थोड़ा ठीक लग रहा है। सबसे ज्यादा खुशी की अनुभूति तब हुई जब विश्वविद्यालय के प्रकाशवान शिक्षकों ने शुभकामनाएं दी। शुभकामनाओं की झड़ी यहीं नहीं रुकी विदेशों से भी लगातार प्रेम और सौहार्द रूपी शुभकामनाओं की लड़ी लगी हुई है। छात्रा ने बातचीत साझा करते हुए कहा कि शिक्षकों में आदरणीय सोमनाथ साहू सर व दाऊ सर शिक्षकों के रूप में शुभकामनाएं देने वाले पहले व दूसरे व्यक्ति बने और हमारे सभी सीनियर्स ने भी काफी जोरदार शब्दों का प्रयोग करके शुभकामनाएं दी। इस खुशी पर मैं आने वाले समय में खर्चीली पार्टी दूंगी। कुसुम शर्मा पेशे से पत्रकारिता जनसंचार की छात्रा हैं, वही टिक टॉक जैसे चर्चित कार्यक्रम का काफी लम्बा अनुभव रहा हैं।
छात्रावास में फंसी ऐसी खुशी… जन्मदिन मनाना हुआ दुभर
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