रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना महामारी संक्रमण से बचने के लिए अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों को अपने-अपने गांवों में क्वारंटीन नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करने की अपील की है। उन्होंने स्वयं को सुरक्षित रखने के साथ-साथ गांव और शहर को भी सुरक्षित रखने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने जनता के नाम अपने संदेश में कहा है कि लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में रुके हुए छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, विद्यार्थियों और अन्य व्यक्तियों के छत्तीसगढ़ में वापसी का क्रम प्रारंभ हो गया हैं। इसके लिए राज्य ने कई ट्रेनों की व्यवस्था की हैं जो प्रवासियों को अपने घर वापस लेकर आ रही हैं। उन्होंने सभी लौटने वालों का अपने राज्य में स्वागत किया है और कहा है कि वे सब छत्तीसगढ़ी परिवार का हिस्सा हैं।
मुख्यमंत्री ने कठिनाई के समय संयम और अनुशासन का पालन करने पर उनका आभार माना है। बघेल ने कहा कि अब चिंता करने की जरूरत नहीं हैं, अब आप अपने राज्य में हैं, अपने घर, अपने परिवार के पास लौट आये हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक आप कोरोनो वायरस के संक्रमण से सुरक्षित हैं और आगे भी इससे सुरक्षित रहे इसके लिये कुछ अनिवार्य नियमों का पालन करना होगा। यह अत्यंत जरूरी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लौटने वाले सभी लोगों को अनिवार्य रूप से 14 दिन के लिये क्वारन्टीन रह कर नियमों का पालन करना जरूरी हैं। ऐसा करने से वे और उनका परिवार तथा गांववासी कोरोना के संक्रमण से बचेंगे। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए उनके गांव में ही क्वारन्टीन में रहने की व्यवस्था की हैं। इसके लिए स्कूल, पंचायत भवन, मंगल भवन, सामुदायिक भवन, सहकारी समिति के भवन और सामाजिक भवनों को क्वारन्टीन सेंटर बनाया गया है, जहां उन्हें 14 दिन तक क्वारन्टीन में रहना होगा। उनकी व्यवस्था और देख-रेख के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो बाहर से आये हमारे श्रमिकों एवं अन्य लोगों का ठीक से ख्याल रखेंगेे, ताकि उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं हो।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अन्य राज्यों से आ रहे श्रमिक और अन्य व्यक्ति हमारे लिये एक बड़ी चुनौती हैं। इसलिए राज्य की सीमाओं से प्रवेश करने वालों के साथ कहीं कोरोना संक्रमण फिर से राज्य में न फैले इसलिए विशेष ध्यान रखना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया है कि आप हम पूरी सतर्कता और तैयारी के साथ काम करेंगे तो इस चुनौती का भी सफलतापूर्वक सामना कर लेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि हम