राजनांदगांव। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने मुख्य सचिव आरपी मंडल को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कलेक्टर ने राजनांदगांव जिला परिक्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ने की आशंकाओं से उन्हें अवगत कराया है। कलेक्टर के अचानक घबराने के पीछे मूल वजह राजनांदगांव जिले में अचानक बढ़ती भीड है, जो महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से संभावित हैं। दूसरी बड़ी वजह, इन दोनों ही प्रदेशों में कोरोना वायरस सिर चढ़कर तांडव कर रहा है, जिसके चलते कलेक्टर मौर्य ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
बता दें कि राजनांदगांव जिले की महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ लंबी सीमा लगती है। जिले में कुल 6 चेक पोस्ट स्थित हैं, जिसमें मुख्यतया बागनदी चेक पोस्ट में वाहनों का आवागमन अधिक होता है। बागनदी चेकपोस्ट राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 6 (मुंबई से हजीरा) में स्थित है। इस चेक पोस्ट में प्रतिदिन अनुमानित 10000 से 15000 लोग प्रवेश कर रहे हैं। विगत तीन-चार दिनों में ही इनकी संख्या बहुत अधिक बढ़ी है। भविष्य में इनकी संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है। कलेक्टर ने मुख्य सचिव को लिखा है, मेरे संज्ञान में यह आया है कि महाराष्ट्र और गुजरात परिवहन विभाग की बसों एवं उन राज्यों से आने वाले ट्रकों के माध्यम से बड़ी संख्या में यात्रियों को बागनदी चेक पोस्ट के समीप उतार दिया जाता है, जिससे लगातार बागनदी चेक पोस्ट पर हजारों लोगों की भीड़ एकत्र हो रही है। इससे राजनांदगाँव जिले में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
सीमा पर आने वाले यात्री छत्तीसगढ़, झारखंड बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के निवासी हैं। जिसमें केवल 20 फीसदी यात्री ही छत्तीसगढ़ के निवासी हैं। इन प्रवासी यात्रियों के सुरक्षित परिवहन हेतु संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय की आवश्यकता है। कलेक्टर ने लिखा है, इन प्रवासी यात्रियों के परिवहन हेतु बड़ी संख्या में बसों की आवश्यकता होगी, जिसका भार राज्य सरकार पर आएगा। उचित होगा कि अन्य राज्यों के निवासियों के परिवहन व्यय का भार संबंधित राज्य सरकारें वाहन करें कृपया उक्त संबंध में उचित कार्यवाही कर पर्याप्त संख्या में बस उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध है।