रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को बीते शनिवार 9 मई को सीरियस कार्डियक अरेस्ट हुआ था। गले में गंगा ईमली के बीज फंसने की वजह से उन्हें सांस लेने में आई प्रारंभिक दिक्कत ने उन्हें गंभीर स्थिति पर पहुंचा दिया है। कुछ देर के लिए धड़कन की गति में एकदम से आई कमी की वजह से उनके मस्तिष्क में आॅक्सीजन नहीं पहुंचा, जिसकी वजह से वे मानसिक अवचेतना यानी कोमा में चले गए हैं। बीते पांच दिनों से निजी अस्पताल में उनके दिमाग में हलचल लाने की तमाम कोशिशें अब तक असफल साबित हुई हैं।
आज जारी मेडिकल बुलेटिन में भी यही बताया गया है कि उनके दिमाग में अब तक किसी तरह की हलचल शुरू नहीं हो पाई है। उनकी हालत लगातार चिंताजनक बनी हुई है।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बकायदा अस्पताल पहुंचे थे और उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी डाॅ रेणु जोगी और पुत्र अमित जोगी से चर्चा की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि किसी भी प्रकार की मदद की आवश्यकता के लिए झिझकने की आवश्यकता नहीं है। उससे पहले भी मुख्यमंत्री ने जोगी के अस्पताल में दाखिल होते ही यही बात कही थी। बहरहाल पूर्व मुख्यमंत्री जोगी की हालत में तनिक मात्र का भी सुधार नहीं हुआ है, जिसकी वजह से उनके प्रशंसकों में घोर निराशा का माहौल है।