दुनियाभर में कोविड-19 की वजह से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। इसके चलते ज्यादातर लगो वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। लेकिन इस दौरान धीमी इंटरनेट स्पीड परेशानी का सबब बन जाती है। ऑफिस क्लीग के साथ वीडियो करते हुए वीडियो पिक्सलेट हो जाता है। वहीं ऑडियो कट जाती या फिर देर से आती है। वहीं जब आप थोड़ा रिलैक्स कर रहे होते हैं, तो मूवी या फिर वीडियो गेम देखते वक्त डाउनलोडिंग में वक्त लगता है।
किस वजह से इंटरनेट स्पीड होती है धीमी
इंटरनेट प्रोवाइडर या फिर इक्विपमेंट की वजह से इंटरनेट स्पीड धीमी हो सकती है। अगर ऐसा है, तो स्पीड जांचने के लिए यह तरीक अपनाएं-
अपने फोन पर इंटरनेट स्पीड जांचने वाला ऐप डाउनलोड करें, जैसे Ookla। Ookla ऐप iPhone और एंड्राइड फोन्स के लिए बिल्कुल मुफ्त है। एक बार राउटर के बिल्कुल नजदीक से इंटरनेट की स्पीड जांचे, फिर एक बार राउटर से दूर जाकर स्पीड टेस्ट रन करें और दोनों रिजल्ट्स की तुला करें।
बता दें कि 15mbps काफी धीमी स्पीड होती है, जबकि 25mbps औसत स्पीड होती है, जिसमें हाई डेफिनिशन स्ट्रीमिंग और वीडियो को देखा जा सकता है, जबकि 40mbps में बेहतरीन क्वॉलिटी में वीडियो देखा जा सकता है। साथ ही वीडियो गेम खेल सकते हैं।
NewYork times की खबर के मुताबिक Google Nest Wifi इंटरनेट राउटर के प्रोडक्ट हेड संजय नोरोन्हा (Sanjay Noronha) बताते हैं कि अगर Wi-Fi राउटर के नजदीक स्पीड ज्यादा आती है और दूर जाने पर स्पीड कम आती हैं, तो दिक्कत आपके राउटर में है। वहीं अगर दोनों लोकेशन में इंटरनेट स्पीड स्लो है, तो इंटरनेट प्रोवाइडर की दिक्कत है।
राउटर में दिक्कत होने पर क्या करें
अगर आपके राउटर में दिक्कत है, तो सबसे पहले जांचे कि आपका राउटर कितने साल पुराना है। अगर यह 5 से ज्यादा साल पुराना है, तो इसे तुरंत बदल दें। नए राउटर पुराने की तुलना में 20 गुना ज्यादा तेज इंटरनेट स्पीड देते हैं।
हमेशा अपने राउटर को घर के सेंट्रल लोकेशन में प्लेस करें। साथ ही राउटर को बड़े फिश टैंक या फिर मेटल से दूर रखें। अगर आपका घर मल्टीस्टोरी है, और कई सारे कमरें, तो बेहतर होगा कि मेन राउटर से कई Wi-Fi एक्सेस प्वाइंट जोड़ें। आपको Wifi हब बनाने के लिए बाजार में Google Wifi और Amazon Eero जैसे कई सारे ऑप्शन मिल जाएंगे। अगर आपके Wifi से कई सारी डिवाइस कनेक्ट होने से इसकी स्पीड कम हो जाती है, तो wifi setting डिवाइस की तेज स्पीड के लिए प्रॉयरिटी लिस्ट तैयार कर सकते हैं। मतलब जिस डिवाइस में ज्यादा स्पीड देना चाहते हैं, उसे प्रॉयरिटी लिस्ट में सबसे पहले रखें। बेहतर होगा कि पुराने जनरेशन वाले स्मार्टफोन को प्रॉयरिटी में रखें, जिससे हार्डवेयर की स्पीड को मैनेज किया जा सकेगा। मौजूदा वक्त में नए जनरेशन के वाई-फाई में प्रॉयरिटी लिस्ट मैनेज करने का ऑप्शन होता है। अगर आप भीड़भाड़ वाली सोसाइटी में रहते हैं, जहां काफी सारे गैजेट मौजूद होते हैं, तो डिवाइस के एक समान रेडियो चैनल वाला पता लगाएं।
आप पड़ोसी के डिवाइस के रेडियो चैनल का पता Wifi Analyzer के जरिए लगा सकते हैं और राउटर इंस्ट्रक्चर की मदद से मैन्युअल इसमें बदलाव कर सकते हैं। नए राउटर में ऑटोमेटिकली राउटर चैनल मामलू करने का ऑप्शन दिया जाता है।