रायपुर। आज से ठीक सात साल पहले छग के झीरम घाटी में माओवादियों ने खून की ऐसी होली खेली थी, जिसे वास्तव में नहीं भूलाया जा सकता। परिवर्तन यात्रा पर निकले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर नक्सली मौत बनकर बरसे थे। बस्तर टाइगर महेन्द्र कर्मा, तात्कालीन प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दीपक पटेल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल, विनोद शर्मा सहित करीब 27 लोगों को माओवादियों ने गोलियों से झलनी कर दिया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज उन सभी दिवंगत नेताओं की शहादत पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश के तमाम मंत्रीगण आज राजीव भवन में एकत्र हुए, जहां पर झीरम में प्राण गंवाने वाले कांगे्रस नेताओं के लिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज तक झीरम में प्राण गंवाने वाले उनके नेताओं को सही मायने में न्याय नहीं मिल पाया है। इस मौके पर उन्होंने बस्तर विश्वविद्यालय को महेन्द्र कर्मा के नाम पर किए जाने की घोषणा करते हुए आदेश जारी कर दिया।