राजनांदगाव । कोरोना जैसी भयावर बचने के लिए कोरोना संदिग्धों और प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइन सेंटर्स में क्वारेंटाइन किया जा रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर्स में संदिग्धों की सुरक्षा और सुविधा का जिम्मा सरकार का है। पर कुछ ऐसी घटनाए सामने आ रही है जिसे देख लगता है की सरकार ने मजदूरों को उनके हाल में छोड़ दिया है। कोई देख रेख करने वाला ही नहीं है।
ऐसा ही एक मामला राजनांदगांव के अंबागढ़ चौकी से आया है। जहां जहरीले कीड़े के काटने से एक प्रवासी मजदूर व शिक्षक के पूरे शरीर में सूजन हो गई। वही इसका सबसे ज्यादा असर चेहरे में देखा गया।इस घटना से क्वारेंटाइन सेंटर में हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि इसकी सूचना सरपंच, जिम्मेदार अधिकारियों और स्वास्थ्य अमले को दो दिन पहले दी गई है। लेकिन अब तक कोई भी जानकारी लेने नहीं पहुंचा है। जिम्मेदार अधिकारियों व सरपंच ने क्वारेंटाइन हुए प्रवासी मजदूरों को उन्हीं के हाल में छोड़ दिया है।