रायपुर, छत्तीसगढ़। मध्यप्रदेश में टिड्डी दल के हमले के बाद छत्तीसगढ़ में इसे लेकर एडवायजरी जारी की गई है। किसानों को टिड्डी दल के बारे में जानकारी दी गई है। टिड्डी की पहचान किस तरह की जाए और इससे कैसे बचा जा सकता है इसके बारे में बताया गया है।
किसानों को चेतया गया है कि टिड्डी एक बार मे फसल चट कर देता हैं। इसकी पहचान है कि ये चमकीले पीले रंग और लंबे होते हैं। फसल के उपर ये चादर के जैसे दिखाई पड़ते हैं। फसलों को इनसे शोर मचा कर और फ्लेम थ्रोवर से बचाया जा सकता है। इसके लिए किसानो को कई तरह का एतिहात बरतना होगा।
प्रशासन ने फसलों को इनसे बचाव के लिए छिड़कने वाली दवाओं के नाम भी जारी किए हैं। टिड्डियों का जीवनकाल 40 से 85 दिन का होता है। इनके अंडों को नष्ट करने गहरी जुताई करने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने कहा है कि टिड्डी दल की जानकारी और उपाय ही बचाव का विकल्प है। जैसा की यह किसानो को फसलों पर छिड़कने के लिए अति आवशयक है तो इसके लिए दवाइयां भी जारी करा दी गयी है।