रायपुर। लॉकडाऊन के चलते जहा सारे शिक्षा केन्द्रो को बंद कर दिया गया है। वही स्कूल फ़ीस को लेकर किसी प्रकार की छूट ना मिलने पर, करोड़ों पालकों की तरफ से वायएमएस यूथ फाउंडेशन शासन से मांग कर रही है कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के समस्त स्कूल बंद है, ऐसे में ऑनलाइन कक्षाओं को एकमात्र साधन माना गया है। वही बहुत सी शालाएं ऑनलाइन कक्षाएं ले रही हैं ।
इस पर वायएमएस यूथ फाउंडेशन ने शासन से यह मांग की है कि इस संबंध में शासन को एक स्पष्ट निर्णय लेना चाहिए ताकि स्कूल की फीस को लेकर बन रही असमंजस की स्थिति स्पष्ट हो सके।
बहुत से स्कूल पालकों पर फीस देने को लेकर दबाव बना रहे हैं। स्कूल प्रबंधन लगातार कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें स्कूल की फीस मिल जाए। ऐसे में जब ऑनलाइन क्लास ही ली जा रही है तो बहुत से स्कूल की व्यवस्था शुल्क, गाड़ियों और फूड के शुल्क भी वसूलने का प्रयास कर रहे हैं । जबकि यह सेवाएं स्थगित है। इन सुविधाओं का छात्रों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है फिर भी इन सुविधाओं के नामपर परिजनों से शुल्क की मांग की जा रही है।
वायएमएस यूथ फाउंडेशन के महेंद्र सिंह, सिद्धार्थ पारेख और अशोक श्रीवास्तव ने मांग करते हुए कहा है की स्कूलों के फीस वसूली को लेकर कुछ छूट का निर्धारण सरकार की तरफ से किया जाए । जैसे ऑनलाइन क्लास की ही फीस ली जाए। ताकि घर बैठे बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षकों को भी वेतन मिल सके। क्योंकि खाने या बस का कोई खर्च ही नहीं हो रहा ऐसे में इन शुल्क को लिया जाना अनुचित है। देश के दिल्ली, पंजाब उत्तराखंड, जैसे राज्यों ने यह बड़े फैसले लिए हैं और उस स्कूल में सिर्फ ट्यूशन फीस या ऑनलाइन क्लास के ही रियायत वाले शुल्क लिए जा रहे हैं।