आशीष रॉय एक जाने-माने टीवी, फिल्म व थिएटर आर्टिस्ट हैं. इसके अलावा वो एक मशहूर वॉयस ओवर आर्टिस्ट व लेखक भी हैं. हाई डाइबिटीज का शिकार आशीष पिछले एक हफ्ते से मुम्बई के क्रिटी केयर अस्पताल में पांव में पानी भर जाने और फिर इसके चलते किडनियों के प्रभावित होने जाने के बाद से डायलिसिस पर हैं. मुम्बई के क्रिटी केयर अस्पताल में भर्ती आशीष इस बीमारी के साथ-साथ आर्थिक तंगी से भी बुरी तरह से परेशान हैं.
अस्पताल के आईसीयू से फोन पर बात करते हुए आशीष रॉय ने एबीपी न्यूज़ से कहा, “जब मैं अस्पताल में भर्ती हुआ था (14 मई को) तो मेरे पास महज 2 लाख रुपये थे, जो कि इलाज में पूरी तरह से खर्च हो चुके हैं और अब मुझे डायलिसिस के लिए मुझे और 4 लाख रुपये की आवश्यकता है. मगर मुझे कहीं से कोई मदद हासिल नहीं हो रही है. ऐसे में मुझे लगता है कि मुझे अपना इलाज यहीं पर रोकना पड़ेगा.” क्या इस तरह बीच में इलाज रोकना सेहत के लिए खतरनाक नहीं होगा”?
उल्लेखनीय है कि आशीष रॉय को जनवरी महीने में माइल्ड स्ट्रोक (हल्के किस्म के लकवे) के चलते इसी साल जनवरी में अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था. उस वक्त उनके इलाज पर 9 लाख रुपये खर्च हो गये थे. ऐसे में उनकी सारी जमा-पूंजी पहले ही खत्म हो चुकी है. पिछले 6 महीने से उन्होंने किसी तरह का काम भी नहीं किया है. ऐसे में अब वो आर्थिक तंगी से जूझने को मजबूर हैं.
आशीष रॉय ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि उन्होंने कुछ महीने पहले अंधेरी स्थित अपना घर बेचने की भी कोशिश की थी, जिसके लिए उन्हें एडवांस के तौर पर 2 लाख रुपये मिले भी थे, मगर लॉकडाउन के चलते सामनेवाले शख्स की नौकरी चली गयी और ऐसे में यह डील कैंसिल हो गयी थी. उल्लेखनीय है कि इस डील से मिले 2 लाख रुपये वो अपने इलाज पर लगा चुके हैं. यही वजह है कि आशीष ने आगे के इलाज के लिए फेसबुक के जरिए लोगों से इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई है.
आशीष कहते हैं, “मैं समझता हूं कि लॉकडाउन के चलते न तो लोगों के पास कोई काम है और न ही पैसे. ऐसे में मुझे किसी तरह की आर्थिक मदद मिलना बेहद मुश्किल होगा, लेकिन अगर लोगों ने इस वक्त मेरी मदद की, तो ठीक होकर मैं लोगों की पाई-पाई लौटा दूंगा.”
सीरियल ‘रिश्ता साझेदारी का’, ‘हम पांच’ (रीमेक) जैसे सीरियलों में साथ काम कर चुके और आशीष के करीबी दोस्त सूरज थापर बीमार आशीष की हरसंभव मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. सूरज ने एबीपी न्यूज़ से कहा, “मैं भी पूरी कोशिश कर रहा हूं कि आशीष को कहीं न कहीं से कोई मदद मिल जाए. हमने सलमान खान के ‘बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन’ से भी मदद मांगी है. अभी तक तो जवाब नहीं आया है. मेरी कोशिश जारी है और मुझे उम्मीद है कि इस नाजुक वक्त में लोग उनकी मदद करेंगे.”
गौरतलब है कि कई बॉलीवुड फिल्मों के अलावा आशीष ने ‘ब्योमकेश बख्शी’, ‘बनेगी अपनी बात’, ‘यस बॉस’, ‘ससुराल सिमर का’, ‘कुछ रंग ऐसे भी’, ‘आरंभ’ जैसे सीरियल्स में भी काम किया है. इसके अलावा उन्होंने ‘सुपरमैन रिटर्न्स’, ‘द डार्क नाइट’, ‘गार्जियन ऑफ द गैलेक्सी’, ‘द लेजेंड’ ऑफ टार्जन’, ‘जोकर’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों के प्रमुख किरदारों के लिए अपनी आवाज भी दी है. उन्हें इनमें से कई फिल्मों को हिंदी में भाषांतरित करने का भी श्रेय जाता है.