गरियाबंद। जिले के नए कलेक्टर छतर सिंह देहरे ने जिला कार्यालय गरियाबंद में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर पूर्व जिलाधीश श्याम धावडे ने अपने समस्त विभागीय प्रभार छतर सिह देहरे को देते हुए उन्हें जिलाधीश की कुर्सी तक पहुंचाया। इस मौके पर विशेष रूप से जिला पंचायत सीईओ लहंगे अपर कलेक्टर जेआर चैरसिया डीएफओ मयंक अग्रवाल के साथ ही अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
पदभार ग्रहण करने पर कलेक्टर देहरे ने जिलाधीश श्याम धावड़े से अनौपचारिक चर्चा के बीच जाना कि गरियाबंद की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थितियां कैसी है। इस पर धावडे ने नव पदस्थ जिलाधीश छतर सिंह को बतलाया कि गरियाबंद जिला पूरी तरह से प्राकृतिक वातावरण में ढला हुआ जिला है यहां के लोग बहुत अच्छे हैं स्वाभाविक रूप से मिलनसार हैं और आसानी से आपकी बातों को समझते हैं। जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है यहां के अधिकारी कर्मचारी काफी सहयोगी हैं बहुत मदद करते हैं और अपने कार्य को अच्छे से अंजाम देना जानते हैं।
इस अवसर पर कोरोना वायरस को लेकर भी चर्चाएं हुई, जिसमें जिलाधीश ने उन्हें बताया कि अब तक 5 मरीज मिले हैं, इसके बाद उनकी समुचित व्यवस्था की गई है। पूरी तरह से नाकाबंदी कर रोकने की पूरी कोशिश की है जिसमें उनके सभी अधिकारी कर्मचारी और स्वास्थ्य विभाग के साथ पुलिस विभाग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है क्षेत्र के लोगों का भी भरपूर सहयोग इसमें मिल रहा है जिसके चलते उम्मीद है जल्द ही आप इस पर काबू पा लेंगे।
पदभार ग्रहण करने के बाद नव पदस्थ जिलाधीश छतर सिंह दहरे ने कहा कि वे गरियाबंद की समस्याओं को लगभग जानते हैं यह आदिवासी बहुल क्षेत्र है और इनके जीवन को ऊपर उठाना उनका प्रमुख उद्देश्य होगा वहीं महामारी करौना को जल्द से जल्द रोकथाम करने के लिए यथासंभव जो भी प्रयास होगा वह तत्काल किया जाएगा। साथ ही गरियाबंद जिला खेती किसानी के लिए जाना जाता है जिसके लिए वे प्रयास करेंगे कि यहां खेती का रकबा बढ़े और लोगों को राहत मिले। वनों में रहने वाले लोगों को वनोपज का बराबर मूल्य मिले साथ ही विभिन्न तरह की शासकीय योजनाओं का सभी को बराबर लाभ मिले यह उनका प्रमुख उद्देश्य होगा।