गरियाबंद। महासमुंद जिले के बागबाहरा क्षेत्र से छूरा इलाके में घुसा 23 हाथियों का दल अब उत्पात मचाने लगा है। इन हाथियों ने यहां के एक तेंदूपत्ता फड़ में घुसकर 10 तेंदूपत्ता के बोरों को फाड़ डाला। वही कोसमबुडा गांव के एक घर के पीछे के घेरे को भी नुकसान पहुंचाया है। हाथी इस वक्त विकासखंड मुख्यालय छूरा से महज 7 किलोमीटर दूर है और जंगल में विचरण कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कल हाथियों ने 2 एकड़ खेत को रौंद डाला था।
इस इलाके में हाथियों का इतिहास ना रहने के चलते लोग हाथियों के व्यवहार से अनजान हैं यही कारण है कि लोगों को इस वन्यजीव से अधिक खतरा है वन विभाग लोगों को हाथियों से दूर रखने का प्रयास कर रहा है लेकिन फिर भी उत्सुकता वश कई लोग पास जा रहे है।
हालांकि इस दल के एक हाथी के गले में कॉलर आईडी लगा हुआ है, लेकिन उसका लोकेशन ट्रेस करने में वन विभाग के पसीने छूट रहे हैं। काॅलर आईडी की रिपोर्ट हर 6 घंटे बाद आती है, जो महासमुंद अमले को पहुंचती है। हाथियों के इस विशाल झुंड से छुरा इलाके के कई गांवों में दहशत है जिनमें जतिया तोरा फरसा पानी जहां उन्होंने रात को तेंदूपत्ता फड़ में उत्पात मचाया कोसमबुडा के साथ अन्य गांव शामिल है।
वन विभाग के डिप्टी रेंजर धनेश सिन्हा लगातार हाथियों पर निगरानी बनाए हुए हैं। उनकी टीम लोगों को हाथियों से दूर रखने का प्रयास कर रही है हाथी रात में चलने का कार्य करते हैं और दिन में एक स्थान के जंगल में बने रहते हैं डिप्टी रेंजर बताते हैं कि हाथियों ने बीती रात तेंदूपत्ता फड़ फरसापानी में 10 बोरियों को फाड़ डाला इसके पूर्व वे 2 एकड़ फसल को 1 दिन पूर्व नुकसान पहुंचा चुके थे।