कोरोना संकट के बीच देश में आर्थिक मोर्चे पर कई तरह की चुनौतियां हैं। केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की है। इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सालाना कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कारोबारियों को भरोसा दिया कि वो उनके साथ हैं, आप एक कदम आगे बढ़ाइए, सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण पर सरकार की सोच को सामने रखा, उन्होंने कहा कि देश अब लॉकडाउन को पीछे छोड़ चुका है। सीआईआई ने कहा कि आज से तीन महीने पहले देश में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी, लेकिन आज रोज तीन लाख किट बन रही हैं। आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी हर जरूरत का ध्यान सरकार रखेगी। पीएम मोदी ने कहा कि सीआईआई हर सेक्टर को लेकर एक रिसर्च तैयार करे और प्लान मुझे दे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा कि कोरोना वायरस के इस संकट में इस तरह के ऑनलाइन इवेंट शायद यही एक न्यू नॉर्मल है, लेकिन ये हमारी सबसे बड़ी ताकत है। आज भी हमें इस वायरस से लड़ना है, तो दूसरी ओर अर्थव्यवस्था का भी ध्यान रखना है। पीएम ने कहा कि हम अपनी अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार को बिल्कुल वापस पाएंगे।
कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि मुझे देश की क्षमता, टैलेंट और टेक्नोलॉजी पर भरोसा है, यही वजह है कि हमें विश्वास है कि हम एक बार फिर अर्थव्यवस्था को तेज रफ्तार देंगे। कोरोना ने हमारी स्पीड भले ही धीमी की हो, लेकिन भारत लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक फेज में घुस चुका है।
हौसला बढ़ाएं और उन्हें कहें शुक्रिया…
पीएम मोदी ने कारोबारियों को भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं और आप दो कदम आगे बढ़ाएंगे तो सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी। रणनीतिक मामलों में किसी दूसरे पर निर्भर रहना ठीक नहीं है, आत्मनिर्भर भारत का मतलब रोजगार पैदा करना और विश्वास पैदा करना है। ताकि भारत की हिस्सेदारी ग्लोबल सप्लाई चेन में मजबूत हो सके।