नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच एक बार फिर से राफेल विमान की चर्चा शुरू हो गयी है। मंगलवार को इसका भरोसा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से टेलिफोन पर हुई वार्ता के दौरान फ्रांसिसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पारले ने जताया है। इस दौरान पार्ले ने कहा कि भारत को राफेल विमान निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उपलब्ध होंगे और कोविड-19 महामारी का इसकी आपूर्ति पर असर नहीं पड़ेगा।
रक्षा मंत्रालय और फ्रांसिसी रक्षा मंत्री की हुई चर्चा-
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय सुरक्षा के दृस्टि से पारस्परिक चिंता के मुद्दों पर चर्चा की और वे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए। यह पता नहीं चल पाया है कि इस दौरान दोनों मंत्रियों के बीच पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध का मुद्दे पर चर्चा हुई या नहीं। फ्रांस ने दोहराई प्रतिबद्धता इस बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने कोविड-19 महामारी से लड़ने में भारत और फ्रांस के सशस्त्र बलों द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। फ्रांस ने इस महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद रॉफेल विमानों की समय पर भारत को डिलीवरी करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
36 राफेल लड़ाकू विमान-
भारत और फ्रांस के बीच 36 रॉफेल लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर वर्ष 2016 में 59 हजार करोड़ रूपए के एक अंतर सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसी की पहली खेप के रूप में जल्द ही शुरूआती 4 विमान सौंपे जाएंगे। इनकी तैनाती हरियाणा के अंबाला वायुसैन्यअड्डे पर की जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बीते वर्ष 8 अक्टूबर को एक फ्रांसिसी हवाईअड्डे पर पहला रॉफेल विमान सौंपा गया था।