नई दिल्ली। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 4 जून को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के साथ अपना पहला ‘आभासी’ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन करेंगे यह सम्मलेन भारत-प्रशांत पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करेगा, क्योंकि वैश्विक महामारी और प्रमुख शक्तियां चीन को कई मुद्दों पर घेरना चाहती हैं। साथ ही कोविड -19 को वैश्विक प्रतिक्रिया की लंबाई पर चर्चा करने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की, जिसमें कहा गया कि आभासी शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है क्योंकि पीएम मॉरिसन की भारत यात्रा कोविड -19 महामारी के बीच नहीं हो सकती है।
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, यह पहली बार है कि प्रधानमंत्री मोदी “द्विपक्षीय आभासी शिखर सम्मेलन” करेंगे, यह ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों को मजबूत करने और इसके ऊपर की ओर प्रक्षेपवक्र को दर्शाता है।