भारत भले ही टिड्डियों के हमले से भी जूझ रहा है लेकिन पाकिस्तान के लिए यह कमाई का जरिया बन गया है। ऐसा ही हम भी कर सकते थे, लेकिन टिड्डियों के हमले से इतने भयभीत हो गए कि फायदा भूल ही गए। दरअसल वे इन्हें पकड़कर मुर्गी पालन करने वालों को बेच सकते हैं।
इमरान ने कहा है कि लोग टिड्डियों को पकड़कर मुर्गी पालन करने वालों को बेचें, जिससे उन्हें कमाई का एक नया जरिया मिलेगा।ऐसा करके पाकिस्तान की इमरान सरकार ने टिड्डियों के हमले को अवसर में बदल दिया है। इमरान ने कहा कि देश टिड्डियों के हमले से जूझ रहा है। ऐसे में लोगों को इन्हें पकडऩा चाहिए और इसे बेचकर कमाई करनी चाहिए।
मुर्गी पालन करने वाले इन टिड्डियों को 15 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदेंगे और उसका इस्तेमाल मुर्गियों के चारे के रूप में करेंगे।पाक पीएम ने टिड्डी खतरे से निपटने के लिए इस आउट-ऑफ-द-बॉक्स प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि लोगों को टिड्डियों को पकडऩे के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। साथ ही इसे प्रोत्साहित भी किया जाएगा। कोरोना वायरस से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ा है। देश में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी से अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क हो रहा था और कोविड-19 से इसमें और भी तेजी आ गई। पाकिस्तान में रोजगार संकट गहराता जा रहा है। ऊपर से टिड्डियों के हमले से फसलें भी बर्बाद हुई हैं।