अंबिकापुर। जमीन बिक्री के मसले में रिकॉर्ड से छेड़छाड़ करने के मामले में जिस थाने में अपराध दर्ज हुआ, आरोपी बेखौफ उसी थाने में जन्मदिन की पार्टी मना कर चला गया। इस हकीकत का पर्दाफाश भी पुलिसवालों ने ही किया, जिसकी भनक आईजी को लगी। जिसके चलते उन्होंने जब फटकार लगाई, तब आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में एक आरक्षक को निलंबित भी किया गया है। लेकिन इस पूरे मसले में थानेदार पर कार्रवाई नहीं होना, गले नहीं उतर रहा है, जबकि उस जन्मदिन की पार्टी में थानेदार भी मौजूद थे।
जानकारी के मुताबिक कोतवाली पुलिस ने सिद्धार्थ मिश्रा एवं अन्य के विरुद्ध धारा 420,467,468,34 और 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया था। मामले की जाँच थानेदार विलियम टोप्पो कर रहे हैं। इस बीच आरोपी सिद्धार्थ मिश्रा एक शाम करीब साथियों के साथ कोतवाली पहुँचा और एक आरक्षक का केक काटकर उसका जन्म दिन मनाता है। जब यह सब हो रहा था तो कोतवाली प्रभारी विलयम टोप्पो थाने में ही मौजुद थे, पर धोखाधड़ी के आरोपी सिद्धार्थ को दबोचने के बजाय वे जन्मदिन की पार्टी में शामिल होते हैं।
आरोपी सिद्धार्थ मिश्रा और साथियों ने जन्मदिन के इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर अपनी दबंगई दिखाने के लिए वायरल कर दिया, जिसके बाद शिकायत आईजी रतनलाल डांगी के पास पहुँची तो उन्होने बेहद नाराजगी जाहिर की। आईजी के आदेश पर कप्तान आशुतोष सिंह ने इस मामले में आरक्षक अभय चैबे को निलंबित कर दिया है, वहीं दबिश देकर आरोपी सिद्धार्थ मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। सिद्धार्थ मिश्रा पूर्व में भी विवादों में रहा है। सिद्धार्थ मिश्रा पर पार्षद आलोक दुबे पर वाहन चढ़ाने की कोशिश का भी मामला खबरों में रहा था। इतने के बाद भी थानेदार पर कोई आंच नहीं आई, यह सवालों के घेरे में है।