रायपुर। प्रदेश में सबसे ज्यादा जिस बात के लिए ऐहतियात बरतने कहा जा रहा है, उस पर ही लापरवाही शुरू हो गई है, ऐसे में कोरोना की रोकथाम तो दूर, उस पर नियंत्रण भी रख पाना कठिन हो जाएगा। अंबिकापुर में बरती गई लापरवाही के बाद अब कांकेर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। हालांकि इस मामले में आइसोलेशन अवधि पूरी हो चुकी थी, उसके बाद छोड़ा गया, लेकिन उसके निकलते ही पीछे आई रिपोर्ट ने पूरे प्रशासन के कान खड़े कर दिए है। दरअसल छोड़ा गया युवक पाॅजिटिव पाया गया है, इस दौरान उसने नाश्ता भी किया, लोगों से मेल-मुलाकात भी की और काम पर भी लौट गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक का 22 मई को कोरोना टेस्ट किया गया था जिसकी रिपोर्ट नहीं आई थी, लेकिन युवक को 14 दिन का आइसोलेशन पूर्ण होने पर आज उसे घर जाने की अनुमति दे दी गयी थी, जिसके बाद वह अपने घर जाकर परिवार वालों से मिलने के पश्चात पुनः अपने कार्य हेतु निकल गया। युवक रायपुर जल संसाधन विभाग के द्वारा बनाए जा रहे एनीकेट बनाने का कार्य करता था जो कि शनिवार 6 जून को लगभग 11 बजे रायपुर बेलर से टाटा पिकप वाहन में 4 अन्य लोगों के साथ जगदलपुर की ओर जा रहा था।
मेडिकल कालेज रायपुर से उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर युवक से फोन के माध्यम से सम्पर्क करने पर उसने केशकाल में होना बताया, जिसके पश्चात केशकाल पुलिस से संपर्क कर उसे पुलिस व राजस्व की टीम के द्वारा केशकाल में रोक कर उसके वाहन को सेनेटाइज करने के पश्चात युवक को 108 के माध्यम से व उसके अन्य 4 साथियों को उनकी पिकप में मेडिकल कालेज जगदलपुर रवाना किया गया।
युवक से पूछताछ करने पर उसने बताया कि रायपुर से निकलने के बाद उसने धमतरी के घड़ी चैक के एक ऑटो पार्ट्स की दुकान से ग्रीस व ऑयल लिए थे, जिसके बाद लखनपुरी के एक होटल में उसने व साथियों ने नाश्ता भी किया था।