दुर्ग। दुर्ग जिले की जीवनदायिनी नदी शिवनाथ में जिस तरह से गंदगी पसरी हुई है, उसके साथ ही आम लोगों के जीवन का संकट गहरा जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। वक्त और हालात इस समय किसी के पक्ष में नहीं है, पूरा देश और प्रदेश कोरोना महामारी के संकट से पहले ही जूझ रहा है, ऐसे में जीवनदायनी नदियों में पसरी गंदगी, मानव जीवन के लिए किस कदर घातक है, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता, लेकिन जिम्मेदार केवल गंभीरता दिखाकर अमल करना भूल जाते हैं।
आज जो ताजा तस्वीर ग्रेंड न्यूज को शिवनाथ नदी की मिली है, उससे यही प्रतीत होता है, कि लंबे अरसे से इसकी गंदगी को बाहर ही नहीं निकाला गया है, जबकि महज एक से दो दिनों के भीतर मानसून पूरी ताकत के साथ छग में दाखिल होने जा रहा है। ऐसे में स्वाभाविक है कि नदियों में बहाव तेज होगा और उफान भी आएंगी, ऐसे में यही गंदगी एक सिरे से दूसरे छोर तक बहेंगी और लोगों की सेहत बिगडेंगी, इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
हालात को ध्यान में रखते हुए इस वक्त जिला प्रशासन और शासन को इस बात पर ध्यान रखना होगा कि कोरोना संक्रमण काल में स्वच्छता बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है, तो प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि लाखों लोगों के जीवन पर असर डालने वाली शिवनाथ नदी की पहले सफाई कराई जाए, क्योंकि बहती जलधारा में यह कार्य ज्यादा मुश्किल पैदा कर सकता है।