नई दिल्ली, अगर रेलवे जोन के प्रस्तावों को बोर्ड ने मंजूर कर लिया तो सालों की रेलवे में चली आ रही परंपरा बदल जायेगी। टिकटों की प्रिंटिंग बंद हो जायेगी, स्टेशन मास्टर सिग्नल मेंटेनर का भी काम करेंगे और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कर्मी या ट्रेन पर चलने वाले टैक्नीशियन टिकट चेकिंग का काम भी करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे अपने कर्मचारियों के प्रशिक्षण और बहु-कौशल के जरिये अपने संचालन को युक्तिसंगत बनाने की योजना बना रहा है। तीन अन्य जोन के प्रस्तावों के अनुसार, ‘राजमिस्त्री, प्लंबर, बढ़ई, फिटर, वाल्वमैन और इलेक्ट्रीशियन के पदों का विलय किया जा सकता है.’
पिछले साल केंद्रीय कैबिनेट से पुनर्गठन की मंजूरी मिलने के बाद रेलवे पहले ही अपनी आठ सेवाओं को एक केंद्रीय सेवा ‘भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा’ में एकीकृत करने की योजना पर काम कर रहा है। विभिन्न जोनों की ओर से अभी भी प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं और अभी इस मामले में कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।