डिब्रूगढ़/गुवाहाटी । असम के तिनसुकिया में सरकारी गैस कंपनी ‘ऑयल इंडिया’(Oil India) के बागजान कुएं में लगी भीषण आग पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। वहीं इस हादसे में दो दमकलकर्मियों की मौत हो गई है। इनमें से एक की पहचान असम के पूर्व फुटबॉलर दुरलोव गोगोई (Durlov Gogoi) के रूप में हुई है। गोगोई अंडर-19 और अंडर-21 कैटिगरी के अंतर्गत कई टूर्नामेंट में असम को रिप्रजेंट कर चुके हैं। कहा जा रहा है कि आग इतनी भीषण कि इसे बुझाने में तीन से चार हफ्ते यानी एक महीने का वक्त लग सकता है।
‘ऑयल इंडिया’ के प्रवक्ता त्रिदिव हजारिका ने बताया कि आग लगने के बाद दो दमकलकर्मी लापता हो गए थे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। एनडीआरएफ के एक दल ने बुधवार सुबह दोनों के शव बरामद किए। अधिकारी ने बताया कि दोनों की पहचान दुरलोव गोगोई और टीकेश्वर गोहेन के रूप में की गई है और दोनों कंपनी के अग्निशमन विभाग में सहायक ऑपरेटर हैं। इस आग को बुझाने के प्रयास में ओएनजीसी का एक दमकलकर्मी मामूली रूप से झुलस गया था।
15 दिन से हो रहा है गैस का रिसाव
बता दें कि 15 दिनों से यहां गैस का अनियंत्रित रिसाव हो रहा था जिसके बाद मंगलवार को आग लग गई थी। त्रिदिव हजारिका ने कहा, ‘दमकलकर्मियों शव आग लगने वाली जगह के निकट पानी वाले क्षेत्र से बरामद किए गए। ऐस मालूम हो रहा है कि वे पानी में कूद गए और डूब गए क्योंकि उनके शरीर पर जलने का कोई निशान नहीं हैं। उनकी मौत की असल वजह जांच के बाद ही पता चल पाएगी।’
केंद्रीय मंत्री से मुआवजे की गुजारिश
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात कर पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सोनोवाल ने पीएम मोदी को कॉल करके घटना के बारे में बताया था। इस बारे में मुख्यमंत्री सोनेवाल ने ट्वीट कर जानकारी भी दी। सोनोवाल ने पत्रकारों ने बातचीत में कहा कि उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से दोनों मृतक के परिजनों को मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने की गुजारिश की है।
फायर टेंडर के साथ सेना भी मौजूद
राज्य के मंत्री चंद्र मोहन ने स्थिति का जायजा लिया। इससे एक किमी तक के दायरे में आने वाला वन क्षेत्र और आबादी वाला इलाका प्रभावित है। लोगों के घर, वाहन, छोटे बगीचे और वन क्षेत्र का कुछ हिस्सा भी जल गया है। हम नुकसान का आकलन कर रहे हैं लेकिन भीषण आग और तापमान के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है। घटनास्थल पर ओआईएल,सेना, एयरफोर्स, आईओसी और असम गैस कंपनी के अलावा फायर टेंडर मौजूद हैं और आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं।
आग पर कंट्रोल करने में लगेगा एक महीना
‘ऑयल इंडिया’ ने कहा है कि इस आग को बुझाने में चार हफ्ते यानी एक महीने का वक्त लग जाएगा। बयान में कहा गया है कि कुएं से हो रहे गैस के रिसाव को रोकने में सोमवार से ही जुटे सिंगापुर के तीन विशेषज्ञों को विश्वास है कि हालात पर काबू पाया जा सकता है और कुएं को सुरक्षित बचाया जा सकता है। बयान के अनुसार, इस पूरे अभियान में चार सप्ताह का समय लगने की संभावना है लेकिन विशेषज्ञों की टीम इसे कम करने में जुटी है।