रिपोर्ट-विजय सिन्हा गरियाबंद
में पुलिस ने नागाबुड़ा में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है । शुरुआत में पुलिस इस केस को प्रेम प्रसंग मानकर चल रही थी । लेकिन जब जांच के बाद इस केस का खुलासा हुआ था, ग्रामीणों के पैरों तले जमीन खिसक गई । दरअसल थाना सिटी कोतवाली गरियाबंद में दिनाँक 23 मई को ग्राम नागाबुडा के मुन्नालाल साहू ने थाना गरियाबंद में आकर बताया कि उनकी भतीजी दामिनी साहू ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है । सूचना पर थाने में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया घटना स्थल के निरीक्षण से किसी भी प्रकार के जहर का डिब्बा नही मिलने से मामला संदिग्ध लगा । इसी दौरान 24 मई को गांव के ही युवक भूपेन्द्र कंवर का शव पैरावट में संदिग्ध अवस्था में मिला। नागाबुड़ा गांव में दो दिन में दो शव मिलने से सनसनी फैल गई थी और दहशत का माहौल था ।
पुलिस को मामला लगा संदिग्ध
मर्ग जांच के दौरान पता चला कि मृतका दामिनी साहू एवं मृतक भूपेन्द्र कंवर के बीच प्रेम संबंध था दोनों के प्रेम संबंध होने के कारण ही दोनों आत्म हत्या की होगी क्योंकि परिवार वाले दोनों के रिश्तों को कबूल नहीं कर रहे थे। जिला के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने मर्ग जांच की डायरी एवं पोस्ट मार्टम रिपोर्ट को जांच परख कर संदिग्ध लगने से अपने मुखबिर सक्रिय कर दिये और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गरियाबंद के नेतृत्व में टीम गठित कर हर पहलु को जांच करने का निर्देशित किया और मृतिका के परिजनों से पुछताछ करने के लिए अलग से टीम बनाई। घटना दिवस से ही घटना स्थल के आस पास एवं गांव में टीम विशेष निगरानी कर रही थी। तभी पुलिस को मिला एक बड़ा सुराग ।
ऐसे खुला हत्या का राज
जब पुलिस ने लड़की के परिजनों से सारे सुराग जुटाकर कड़ाई से पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया । लड़की के बड़े भाई अमृत साहू ने ही अपने परिजनों के साथ अपनी बहन और उसके प्रेमी भूपेंद्र की हत्या करने की बात कबूल कर ली है । अमृत ने बताया कि उसकी बहन और भूपेंद्र के बीच संबंध बन गए थे जिसे लेकर परिवार में तनाव था। लेकिन जब उन्हें पता चला कि दामिनी के पेट में भूपेंद्र का बच्चा पल रहा है तो परिवार का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया । इसी बीच भूपेंद्र 22 मई की रात दामिनी से मिलने उसके कमरे में गया । जिसकी खबर दामिनी के परिवार वालों को लग गई । परिवार ने कमरा खुलवाकर भूपेंद्र को बेरहमी से पीटा और दामिनी को जबरदस्ती जहर पिला दिया । साक्ष्य छिपाने के लिए अमृत ने दामिनी के कमरे को अंदर से बंद करके छत के रास्ते बाहर आ गया। वहीं भूपेंद्र को अधमरी हालत में ले जाकर उसके ही खेत के पैरावट में दबा दिया।जहां दम घुटने से उसकी मौत हो गई । इसके बाद सुनियोजित तरीके से गरियाबंद थाने में आकर परिजनों ने आत्महत्या की रिपोर्ट लिखवाई । आरोपियों के बयान के बाद पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए जहर की बोतल, डंडा और मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया है.। साथ ही इस अंधे कत्ल के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक ने जांच टीम को 10 हजार का इनाम भी दिया है।
आरोपीगण
01. अमृत साहू पिता मनोज साहू उम्र 24 वर्ष निवासी नागाबुडा (मृतिका का बड़ा भाई)
02. मून्ना लाल साहू पिता भगवानी साहू उम्र 35 वर्ष निवासी नागाबुडा (मृतिका का चाचा)
03. सूरज साहू पिता प्रकाश साहू उम्र 18 वर्ष निवासी टिकरापारा सिद्धार्थ चौक रायपुर हाल ग्राम नागाबुडा (मृतिका का फुफेरा भाई)