रायपुर। छग में शिक्षा के प्रति अलख जगाने एक नया और अभिनव प्रयास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया है। इन 20 सालों में पूर्ववर्ती सरकारों ने जिस बारे में सोचा तक नहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उन सपनों पर पंख लगाकर उड़ान देने की स्थिति में पहुंच चुके हैं।
यह कोई सियासी पैतरा नहीं, बल्कि वास्तव में छत्तीसगढ़िया होने का प्रमाण है, जिन्होंने छग के छात्र-छात्राओं के बेहतर भविष्य की कल्पना को साकार करने का संकल्प लिया है। चाहते तो, यह पहले आईं सरकारें भी कर सकती थीं, लेकिन करने की इच्छाशक्ति नहीं होने की वजह से छग शिक्षा के क्षेत्र में आज भी पिछड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री भूपेश ने बगैर आडंबर के प्रदेश में 40 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का लक्ष्य रखा, जिसे वे इसी सत्र से अमल में भी लाने जा रहे हैं। इन स्कूलों को माॅडल के तौर पर तैयार किया जा रहा है, ताकि कलेक्टर तक को अपने बच्चों को इन स्कूलों में दाखिला करवाने पर सोचना ना पड़े।
जाहिर सी बात है कि जहां आईएएस अधिकारियों के बच्चे पढ़ेंगे, तो वहां शिक्षा का स्तर भी उच्चस्तरीय ही होगा, बकायदा माॅनिटरिंग होगी, पढ़ाने वालों पर भी नजर रहेगी, ऐसे में अन्य शासकीय स्कूलों में जिस तरह के हालात इतने सालों से देखते आ रहे हैं, कम से कम वैसा नहीं होगा। इससे बच्चे जहां बेहतर शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे, तो प्रदेश का भविष्य भी उज्जवल होगा।