रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्राइवेट स्कूलों की फीस स्ट्रक्चर को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। निजी स्कूलों की फीस अब पालक, शिक्षाविद् और स्कूल प्रबंधन मिलकर तय करेंगे। सभी निजी स्कूलों में फीस तय करने के लिए समिति बनाने के निर्देश सरकार ने जारी कर दिए हैं। निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली पर नकेल कसने के लिए यह फैसला लिया गया है। इस समिति में पालक, शिक्षाविद और स्कूल प्रबंधन के प्रतिनिधि को शामिल किया जाएगा। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में बनी 3 सदस्यीय मंत्रीमंडलीय उप समिति ने ये फैसला लिया है। स्कूल शिक्षामंत्री ने बताया कि समिति स्कूल की व्यवस्था, पढ़ाई का स्तर, स्टाफ की संख्या के मापदण्ड के आधार पर फीस तय करेगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में बनी 3 सदस्यीय मंत्री परिषद उप समिति ने राज्य भर से सुझाव लिए और उसके बाद यह फैसला लिया गया है। निजी स्कूलों की फीस तय करने के संबंध में सरकार को अब तक 1288 सुझाव मिले हैं। यह सुझाव शिक्षक, शिक्षाविद, पालक संघ और निजी स्कूल प्रबंधन की तरफ से मिले हैं। सुझावों पर विस्तार से चर्चा के बाद उप समिति ने बेहतर सुझावों को 1 सप्ताह के भीतर समिति के सामने प्रस्तुत करने को कहा और अब इन सुझावों के आधार पर ही निजी स्कूलों की फीस तय करने के लिए आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी। आपको बता दें कि सरकार के पास लगातार निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली की शिकायतें आ रही थी जिसके बाद स्कूल शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय मंत्री उप समिति का गठित की गयी सदस्यों में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और कृषि मंत्री रविंद्र चैबे भी शामिल हैं।