रायपुर। प्रदेश में समन्वय समिति की बैठक के बाद अब निगम मंडलों में किसकी नियुक्ति होगी, इस बात को लेकर कयास लगने का दौर शुरू हो गया है। राज्य मंत्री का दर्जा पाने के लिए बड़ी तादाद में कांग्रेसी बेताब हैं और अपनी जोर आजमाईश में भी लग गए हैं। सूत्रों की मानें तो नाम तय हो चुके हैं, लेकिन ताले के भीतर कैद है, जिसका परिणाम 10 दिनों के भीतर आने की संभावना है।
प्रदेश के 20 निगम मंडलों के लिए 2000 से ज्यादा दावेदार कोशिश में लगे हुए हैं, इनके बीच से केवल 20 लोगों को छांटना, वह भी जबकि कांग्रेस को 15 साल के लंबे अंतराल के बाद जाकर सत्ता हासिल हुई है, आसान काम नहीं है।
हालांकि कांग्रेस की गलियारों में इस बात की चर्चा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने यह तय कर लिया है कि किसे कहां बिठाना है। अब इसमें देरी भी नहीं की जाएगी, क्योंकि सरकार को डेढ़ साल पूरा हो चुका है और अब सही मायने में सरकार के पास केवल 3 साल का समय ही शेष है, इसके बाद चुनाव आचार संहिता का समय आ जाएगा, लिहाजा विषय को गंभीरता से लिया जा रहा है।