लद्दाख। बिहार के सारण जिले के दीघरा गांव में सेना के जवान सुनील कुमार के घर पहले शहादत की सूचना पहुंची, जिसकी वजह से मातम पसर गया था। लेकिन सोलह घंटे बाद उस जवान ने अपने सकुशल होने की सूचना खुद फोनकर अपने घर वालों को दी, जिसके बाद खुशियां बिखर गई। जिसके बाद उनके घर सैकड़ों शुभचिंतकों का जमावड़ा लग गया।
जवान सुनील कुमार ने खुद फोन कर अपने परिजनों को इस बात की जानकारी दी कि वो लद्दाख में ही हैं और सही सलामत हैं। उन्होंने बताया कि उनका आई-कार्ड उसी जगह गिर गया था, और उसी आधार पर यह खबर फैली की उनकी भी शहादत हुई है। हालांकि बिहार के ही पटना जिले के बिहटा स्थित तारानगर सिकरिया निवासी के रूप में एक जवान सुनील कुमार के शहीद होने की पुष्टि हुई है।
भाई को मिली पहली खबर
इसी बीच लद्दाख में तैनात जवान सुनील के भाई अनिल कुमार चहकते हुए आए बोले कि मेरे भैया खुशकिस्मत हैं, जो सकुशल हैं। भाई ने बताया कि सुनील की यूनिट से कॉन्फ्रेंस कॉल कर जानकारी दी गई कि सुनील सुरक्षित है।
पत्नी का था बुरा हाल
सुनील की पत्नी मेनका कहती हैं- जब मुझसे कांफ्रेंस कॉल पर बात कराई गई तो मैं चकित रह गई। मेरी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। फोन पर उधर से रोशनी के पापा ही बोल रहे थे। सुनील ने कहा, तुम लोग चिंता मत करो मैं ठीक हूं। पति के शहीद होने की खबर सुनकर पिछले 16 घंटे से पत्नी मेनका का रो-रो कर बुरा हाल था। पर अब पति के जिंदा होने की खबर सुनकर अब ऐसा लगा रहा था जैसे खुशियों का संसार फिर लौट आया है। सुनील 2021 में ही रिटायर होने वाले हैं।