रायपुर। सरकारी कामों के लिए हायर किए जाने वाले निजी वाहनों के द्वारा किस तरह से सरकार को चूना लगाया जाता है, इसकी बानगी कुछ इस तरह से मिलती है। जहां भरोसे की आड़ में फर्जीवाड़ा किया जाता है और झूठे प्रमाण पेशकर फर्जीवाड़ा किया जाता है। इसका एक नमूना सिविल लाइन पुलिस के सामने आा है, जिसमें राजधानी रायपुर पुलिस लाइन में पेट्रोल का फर्जी बिल लगाकर लाखों का फर्जीवाड़ा किया गया है। इसमें पुलिस ने एक निजी ट्रेवल्स के 5 ड्रायवरों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इंडियन एयर फोर्स और एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगे अधिकारियों का फर्जी मूवमेंट बताकर फर्जीवाड़ा किया गया है। मामले में आनंद नगर स्थित मां तारिणी ट्रेवल्स के द्वारा साल 2019 में वाहनों की लॉगबुक में रीडिंग बढ़ाकर और फर्जी बिल लगाकर 1300 लीटर पेट्रोल का आहरण कर लिया गया था।
लॉगबुक में दर्ज नाम और सील से पता चला कि बताए स्थान पर उक्त अधिकारी कभी गया ही नहीं। इसमें यात्रा करने वाले अधिकारी की सील और साइन पुरी तरह से फर्जी निकले जिसके बाद मोटर ट्रांसपोर्ट ऑफिसर ने कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की जांच के बाद अविनाश दुबे द्वारा संचालित ट्रेवल्स के 5 ड्रायवरों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
BIG NEWS : जहां अधिकारी गए ही नहीं… लागबुक में एंट्रीकर की उगाही… जानिए फर्जीवाड़े की पूरी कहानी
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