युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के अवसाद में आकर आत्महत्या करने के मामले में अधिवक्ता पार्थ चतुर्वेदी ने महानायक अमिताभ बच्चन सहित चार लोगों के विरुद्ध अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पीयूष त्रिपाठी की अदालत में अपराधिक परिवाद दायर किया है। जिस पर अदालत ने प्रारंभिक सुनवाई के बाद वादी का बयान दर्ज करने के लिए 30 जून की तिथि नियत की है।
अदालत में दाखिल परिवाद में अमिताभ बच्चन, अभिनेता सलमान खान और निर्माता-निर्देशक करण जौहर व एकता कपूर को आरोपी बनाया गया है। परिवाद में अधिवक्ता प्रमोद पांडे के माध्यम से आरोप लगाया गया है कि फिल्म जगत में यह चलन हो गया है कि जो कलाकार छोटे शहरों एवं परिवारों से आते हैं उनके अधिक परिश्रम के बावजूद वह अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाते हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि फिल्म जगत के निर्माता एवं निर्देशक के अलावा कुछ प्रमुख बड़े अभिनेता अपने बच्चों को फिल्म जगत में स्थापित करने के लिए संघर्षरत हैं। इसके चलते वह इन युवा कलाकारों को इतना अधिक हतोत्साहित कर देते हैं कि उन्हें आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। परिवाद में सीधे आरोप लगाया गया है कि विपक्षी गढ़ के कारण अभिनेता सुशांत सिंह पहले अवसाद का शिकार हुए और बाद में उन्होंने आत्महत्या कर ली।
परिवादी ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के अलावा आरोपितों को धारा 306 (आत्महत्या के लिए प्रेरित करना) के आरोपों में तलब कर दंडित किए जाने की अदालत से याचना की है। इस प्रकरण में अब अगली सुनवाई 30 जून को होगी।