रायपुर, । नए आदेश के मुताबिक अब बूढ़ा तालाब में लक्ष्मण झूला नहीं बनेगा। महापौर एजाज ढेबर ने इसकी पुष्टि कर दी है। NGT और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के कारण लक्ष्मण झूला बनना संभव नहीं बताया गया है।
गौरतलब है कि बूढ़ातालाब को नए स्वरूप में संवारने के स्मार्ट सिटी के करीब 30 करोड़ के प्लान के उस हिस्से में कानूनी पेंच आ गया है, जो काम तालाब के भीतर होने हैं। इस वजह से स्मार्ट सिटी ने लगभग 15 करोड़ रुपए के काम फिलहाल स्थगित कर दिए हैं।
हालांकि इसे बूढ़ातालाब मामले में चल रहे विरोध से जोड़कर नहीं देखा जा रहा है, क्योंकि स्कूल मैदानों पर एजेंसियों ने खुदाई और ग्रिल लगाने का काम रोका नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पर्यटन विभाग ने तालाब को 30 साल की लीज पर एक कंपनी को सौंपा था। उससे अनुबंध रद्द हो गया, लेकिन कानूनी उलझन खत्म नहीं हुई इसलिए काम टाला गया है।
स्मार्ट सिटी ने इसी कानूनी पेंच की वजह से नए प्रोजेक्ट की ड्राइंग, डिजाइन बनाने के काम को छोड़कर कानूनी जवाब बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जो काम स्थगित किए गया था, उनमें लक्ष्मण झूला भी था। स्मार्ट सिटी पहले की योजना के तहत यहां एक साथ लक्ष्मण झूला फ्लोटिंग व्यू जैसे दर्जनों काम करने वाला था, लेकिन कानूनन स्थिति स्पष्ट हुए बिना अब इन सभी कामों को वेट एंड वॉच स्थिति में कर दिया गया था। वहीं अब मेयर ने स्पष्ट कर दिया है कि अब बूढ़ा तालाब में लक्ष्मण झूला नहीं बनेगा।