कोरबा। 18 जून को पीड़ित द्वारा थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि ग्राम छिन्दली बेड़ा का देवीराम यादव ने बहला फुसलाकर अनाचार किया। पीड़ित नाबालिक के मुताबिक आरोपी उसे बहला फुसलाकर अक्सर सुनसान खेतों की ओर ले जाया करता था और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता था। इससे पीड़ित पुत्री गर्भवती हो गई। जिसके बाद वह गर्भवती हो गई। जिससे घटना का खुलासा हुआ था। इस घटना से पिता सदमे में चले गए, जिसके बाद तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल लाया गया जहा इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
फिलहाल पीड़िता कोरबा के बाल कल्याण समिति की अभिरक्षा में है। चिकित्सकों की देखरेख में उसका इलाज जारी है। अलग-अलग तरीको से दिए गए बयान व शिनाख्त के बाद पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल करा दिया गया है। उसपर भादवि की धारा 376 व पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा कायम किया गया है।
पिता ने सदमें में तोड़ा दम
दरअसल पीड़िता एक मजदूर परिवार से सम्बद्ध है। तीन भाई बहन व अपने पिता के साथ वह कटघोरा थाना क्षेत्र में निवास करती थी। दो वर्ष पूर्व उसकी माँ का भी निधन हो चुका है। पिता व भाई रोजी मजदूरी जबकि नाबालिक खुद घरों में झाड़ू-पोछा कर जीवन यापन कर रही थी। इस पूरे सनसनीखेज मामले का खुलासा करीब एक माह पूर्व तब हुआ था जब उसकी तबियत एकाएक बिगड़ने लगी। उसके पिता ने जब बेटी से कड़ाई से पूछताछ की तब मालूम हुआ कि वह पांच माह की गर्भवती है। महज 16 वर्षीय बेटी के गर्भवती होने की बात सुनकर पिता पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा। इसी दौरान पिता की भी तबियत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां उसने इलाज के दौरान बीते 18-19 जून की दरमियानी रात दम तोड़ दिया। इस तरह अब परिवार में 18 वर्षीय भाई और दो बहनें ही शेष है।
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घटना के बाद से युवती सदमे में, लेकिन अब कर रही रिकवर, की कड़ी सजा की मांग
फिलहाल वह कल्याण समिति के शेल्टर रूम में है और स्वस्थ है। श्रीमती पांडेय ने कटघोरा पुलिस से आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है। उन्होंने इसे अमानवीय कृत्य करार दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता इस अनाचार के घटना के बाद से सदमे में थी लेकिन अब वह रिकवर कर रही है। उन्होंने पुलिस से इस बारे में भी छानबीन करने की मांग की है कि क्या आरोपी ने उसे डराने-धमकाने का भी प्रयास किया था। श्रीमती पांडेय के मुताबिक चूंकि बच्ची के पालकों का निधन हो चुका है लिहाजा वह आगे भी उनके देखरेख की समुचित व्यवस्था करेंगी।
आरोपी – माँ बाप का आखरी सहारा
आरोपी कटघोरा के बाजार मोहल्ला इलाके का रहने वाला है। वह हाट-बाजार में सामान बिक्री का काम करता है। वह अपने माँ-बाप का इकलौता बेटा होने के साथ-साथ उनका एकमात्र सहारा भी था। दो वर्ष पूर्व ही उसका विवाह हुआ था।