लद्दाख में विवादित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय जवानों पर चीन द्वारा किए गए हिंसक हमले के एक सप्ताह बाद जापान ने चीन का रुख किया है। जिस आइलैंड पर चीन लंबे समय से अपनी नजरें गड़ाए बैठा है उसपर कब्जा करने की मंशा से जापान ने आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। दरअसल, ओकीनावा में इशिगाकी सिटी काउंसिल ने एक विधेयक को मंजूरी दी जिससे सेंकाकुस द्वीप पर जापान के नियंत्रण को मजबूती प्रदान करता है।
उल्लेखनीय है कि जापान और चीन के बीच पूर्वी चीन सागर के द्वीपों को लेकर विवाद है। एक ओर जापान इसे सेंकाकुस कहता है, वहीं दूसरी ओर चीन इस पर दावा करता है और इसे दियाओयुस कहता है। इसपर वर्ष 1972 से जापान का कब्जा है। दोनों देशों के रिश्तों में 2012 से उस समय तल्खी आ गई थी जब जापान ने कुछ द्वीपों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था। इसके बाद चीन ने टोक्यो के साथ उच्च स्तरीय वार्ताओं से इंकार कर दिया था। रिश्तों में कायम अवरोध में 2015 में कुछ कमी दिखी थी जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया था।