कहते हैं स्वर्ग और नरक यहीं है। इंसानों को उनकी करनी का फल भी इसी जन्म में मिलता है । लेकिन कुछ जानवर और वहशी ऐसे हैं जिनके लिए मौत की भी सजा कम शायद कम होगी। ये वहशी हमारे संस्कारों के देश में ही रहते हैं। आपके और हमारे बीच में ही हैं। लेकिन इनकी नीयत इतनी काली है कि एक पल के लिए शैतान को भी लगेगा कि मैं इंसानों के आगे कुछ भी नहीं ।
इंसान है या जानवर ?
मामला उत्तरप्रदेश के कानपुर (#KANPURCASE) का है। जहां के कानपुर शहर में नाबालिग बच्चियां नरक में रह रहीं थी। कानपुर के स्वरुप नगर की बालिका संरक्षण गृह में सात नाबालिग बच्चियां गर्भवती पाई गई है। वहीं 57 बच्चियों को कोरोना पॉजिटिव (#CORONA) पाया है। बच्चियों के गर्भवती और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए हैं।
जिला प्रशासन के मुताबिक सभी गर्भवती लड़कियां यहां लाने से पहले से ही प्रेग्नेंट थी। प्रेग्नेंट लड़कियों में पांच के कोरोना की पुष्टि हुई है। जानकारी के मुताबिक प्रेग्नेट लकड़ियों में एक किशोरी को आठ माह और दूसरी को साढ़े आठ माह का गर्भ है। इन दोनों को जच्चा बच्चा अस्पताल रेफर किया गया है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक लड़की एचआईवी संक्रमित मिली है, जबकि दूसरी हेपेटाइटिस सी से संक्रमित है। जिसके चलते दोनों को विशेष निगरानी में रखा गया है। वहीं इन दोनों का पूरा ब्यौरा खंगाला जा रहा है। एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि सभी बालिकाएं सरंक्षण गृह लाए जाने से पहले ही गर्भवती थी। पांच संक्रमित संवासिनी आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर के बाल कल्याणा संमिति से संदर्भित करने के बाद यहां रह रही थी।