नेहरू युवा केंद्र, रायपुर, छत्तीसगढ़, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, द्वारा रायपुर,गरियाबंद, एवं बलोदो बाजार जिले के तकरीबन 1500 लोगो को छटवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर घरों में सोशल डिस्टैन्सिंग व शासन के दिशा-निर्देशानुसार योगाभ्यास कराया। योग दिवस के उपलक्ष्य में रायपुर शहर समेत तीन जिलों में तिल्दा, गनियारी, सरगांव, झंझरा, बसना, मंदिर हसौद, गुजरा, बकतरा, जोरा समेत तकरीबन 40 गाँवों में योग कराया गया। योग में मुख्यता मुद्रा, आसन, प्राणायाम इत्यादि यौगिक संस्था से प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षुको द्वारा सिखाया गया। योग करने के सही विधि और हर आसन से जुड़े महत्व को भी समझाया गया। नेहरू युवा केंद्र रायपुर आयुष मंत्रालय के अन्तर्गत एक योग संस्था के रूप में पंजीकृत है जो विगत 6 सालों से प्रति वर्ष योगाभ्यास के लिए निरंतर लोगो को प्रेरित कर रही है।
योग दिवस का इतिहास एवं उद्देश्य
हर साल योग दिवस को 21 जून को मनाया जाता है। इस दिवस को मानाने के प्रस्ताव को पहली बार भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने
संयुक्त राष्ट्र की 69 वें सत्र के उद्घाटन महासभा के दौरान अपने संबोधन में पेश किया था, जिसमें उन्होंने कहा था: “योग हमारी प्राचीन परंपरा से एक अमूल्य उपहार है। योग मन और शरीर, विचार और क्रिया, एक समग्र दृष्टिकोण जो हमारे स्वास्थ्य और हमारी भलाई के लिए मूल्यवान है, की एकता का प्रतीक है। योग केवल व्यायाम के बारे में नहीं है; यह अपने आप में, दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करने का एक तरीका है।
योग दिवस का इतिहास एवं उद्देश्य
अर्पित तिवारी, जिला युवा समन्वयक, नेहरू युवा केंद्र, रायपुर ने बताया की तब से हर साल पुरे विश्व में 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने आगे बताया की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शारीरिक गतिविधि पर अपनी वैश्विक कार्य योजना 2018 -2030 में स्वास्थ्य में सुधार के लिए योग का उल्लेख करते हुए लिखा है की : एक स्वस्थ दुनिया के लिए हमे अधिक से अधिक शारीरिक गतिविधियों के प्रति सजग एवं सक्रिय लोग चाहिए।
21 जून को ही योग दिवस मानाने का कारण
तिवारी ने आगे बताते हुए कहा की 21 जून को वर्ष का सबसे लंबा दिन माना जाता है जिसमें सूर्य जल्दी निकलता है और उत्तरी गोलार्ध में देर से अस्त होता है। इसके अतिरिक्त इस दिन की भारतीय पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है क्योंकि यह एक ऐसी घटना को चिह्नित करता है जिसे योगिक विज्ञान की शुरुआत माना जा सकता है। आगे बताते हुए कहा की योग दिवस हर साल एक थीम पर आर्धारित होता है, इस साल की थीम कोविद-19 की महामारी को देखते हुए “योग फॉर हेल्थ – योग @ होम” पर रखी गयी है।
इस साल कोविद-19 को देखते हुए आयुष मंत्रालय द्वारा योग – वीडियो पर योग एवं असानो की प्रतियोगिता आयोजित कराई गयी। इस प्रतियोगिता में 3 मिनट का वीडियो योग करते हुआ बनाना था और योग करने के लिए लोगो को प्रेरित करना था। इस प्रतियोगिता में नेहरू युवा केंद्र से करीब 50 युवकों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों को आयुष मंत्रालय के द्वारा डिजिटल प्रशंसा-प्रपत्र प्रदान किया जायेगा। तिवारी जी ने बताया की नेहरू युवा केंद्र निरंतर सोशल मीडिया के माध्यम से योग और उससे जुड़े अनेक लाभों को वीडियो और पोस्टर से लोगो को जागरूक कर योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।
इस योग दिवस में लुकेश बघेल, राकेश गोस्वामी समेत नेहरू युवा केंद्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक विनय झा, रवि वर्मा, डालिमा शर्मा, शारदा पैंकरा, लक्ष्मी ध्रुव, हिरा साहू, नरेंद्र यदु, ईश्वर प्रसाद, रामेश्वर, दीक्षा तिवारी, सरला यादव, दीक्षा पटेल, अनुपमा द्वारा अपने अपने युवा मंडलो की सहायता से योग दिवस को मनाया ।