रायपुर,अस्पताल से नवजात के अपहरण की गुत्थी पुलिस ने चंद घंटों में ही सुलझा ली है। इस मामले में नवजात को जहां सकुशल मां तक पहुंचा दिया गया है, तो वहीं अपहरणकर्ता भाई-बहन की जोड़ी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अभनपुर के सरकारी अस्पताल में शनिवार को दिनदहाड़े घटी इस घटना को पुलिस ने चैलेंज के तौर पर लिया था। लिहाजा SSP आऱिफ शेख के नेतृत्व में राजधानी के शार्प इन्वेस्टिगेटिंग आफिसर को इस केस को सुलझाने का जिम्मा दिया गया था। नतीजा 24 घंटे से कम वक्त में सामने आया, जिसमें ना सिर्फ 1 दिन का नवजात अपहर्ता के चंगुल के छुड़ाया गया, बल्कि उसकी गिरफ्तारी भी हुई।
बच्चे के अपहरण की मास्टरमाइंड दुर्ग की पूजा सिन्हा थी, जबकि इस मामले में उसका भाई भी साथ था। दरअसल पूजा सिन्हा पहले से तलाकशुदा है, जिसकी दूसरी शादी पिछले साल ही हुई थी। पूजा शारीरिक कुछ परेशानी की वजह कभी मां नहीं बन सकती थी, लेकिन दूसरी शादी के दौरान पूजा ने ये बातें अपने पति और सास-ससुर से छुपायी। ऐसे में महिला को ये डर सताने लगा कि कहीं उसके मां नहीं बन पाने की पोल ना खुल जाये, लिहाजा उसने नवजात बच्चे के अपहरण की प्लानिंग शुरू कर दी।
प्लानिंग के तहत ही उसने पति से कहा कि वो गर्भवती है और अपने भाई के घर टिकरापारा में रहना चाह रही है। पति ने उसकी बात मान ली, पिछले कुछ दिनों से वो अस्पताल में घूम-घूमकर बच्चों के जन्म लेने की जानकारी ले रही थी। वो ज्यादातर सरकारी अस्पताल से बच्चा चोरी करने की प्लानिंग कर रही थी, क्योंकि उसे मालूम था कि सरकारी अस्पताल में सुरक्षा और जोखिम दोनों कम है।