बलरामपुर जिले के भावरमाल गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना की धज्जियां उड़ाई जा रही है।गरीब अनपढ़ तबके के लोगों को आवास के लिए मिल रही राशि को भी पढ़े-लिखे और जिम्मेदार लोग हजम कर रहे हैं। जिसका खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ रहा है। बलरामपुर जिले के ग्राम भवर माल से ग्रामीण जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के दफ्तर पहुंचकर गांव के ही आवास मित्र पर आरोप लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि उनके खाते से पैसे आवास मित्र ने निकाल लिए हैं। लेकिन अभी तक इनका आवास बनना तो दूर मटेरियल तक नहीं गिरा हैं। साथ ही अब आवास मित्र इन्हें गुमराह करने में लगा है।
रेत,गिट्टी तो गिरी लेकिन किस काम की ?
पीएम आवास योजना के हितग्राही अब अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। क्योंकि जो ईंट,रेत और गिट्टी उनके दरवाजे पर गिरी है वो बारिश के बाद कहां जाएगी किसी को नहीं पता। वहीं शिकायत के बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मामले की जांच करके उनका आवास बनने का आश्वासन दिया है।
भरोसे का लॉलीपॉप दे रहे अधिकारी
एक तरफ केंद्र सरकार देश के गरीबों को पक्का मकान दिलाने का सपना देख रही है । तो दूसरी तरफ इस काम में अमलीजामा पहनाने वाले जिम्मेदार ही चूना लगा रहे हैं। ऐसे में इन गरीबों के सिर पर पक्की छत कैसे आएगी ।