जगदलपुर। कोरोना महामारी के चलते पूरा देश इस वक्त खौफ के साए में फूंक-फूंककर कदम रख रहा है। शासन और प्रशासन पल-प्रतिपल लोगों से अपील कर रहे हैं, प्रतिदिन करोड़ों रुपए लोगों की जान बचाने के लिए खर्च किए जा रहे हैं, इस बीच अपनी रसूख दिखाकर कोरोना टेस्ट नहीं कराने की जिद आखिर कहां तक सही है।
जगदलपुर में ऐसा ही एक मामला देर रात सामने आया है, जहां एक परिवार के तीन सदस्य हैदराबाद से लौटे थे। इसी दौरान मारेगा चैक में तैनात पुलिस में उन्हें रोककर उनकी ट्रैवल्स हिस्ट्री जानने की कोशिश की। जानकारी मिलने पर परिवार को कोरोना टेस्ट के लिए मेडिकल काॅलेज, जगदपुर भेजा गया। लेकिन यहां पहुंचते ही इस परिवार के सदस्यों ने कोरोना टेस्ट नहीं कराने की जिद ठान ली।
मेकाॅज के चिकित्सकों और पुलिस अधिकारियों ने परिवार को समझाने की कोशिश की, लेकिन इन्होंने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इसी बीच परिवार की एक महिला ने अपने पति को फोन लगाकर बुलवा लिया। यहां पहुंचते ही महिला का पति अपनी ऊंची पहुंच दिखाने लगा। करीब 2 घंटे तक चिकित्सक और पुलिस अधिकारी इस परिवार को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन पूरा परिवार जिद में अड़ा रहा। इस बीच महिला के पति ने रायपुर स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर डॉ सुरेंद्र पामभाई के नाम की धमकी देते हुए एक लेटर लिखकर चिकित्सकों को दे दिया। आखिरकार चिकित्सकों ने हार मान ली और परिवार बिना टेस्ट करवाएं यहां से चलता बना।