बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में गुरुवार को नक्सल दंपति ने आत्मसमर्पण कर दिया। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सल दंपति ने माओवादियो की खोखली विचारधारा, जीवन शैली, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताड़ना से तंग आकर तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।
आत्मसमर्पित दोनों माओवादियों के धारित पद पर दो-दो लाख स्र्पए का इनाम घोषित है। ये वर्ष 2013 से सक्रिय थे। संगठन में राजे हेमला उर्फ वनोजा द्वारा इंसास रायफल धारित किया जाता था । साथ-साथ कार्य करते हुए मई-2019 में दोनों ने विवाह किया। बस्तर रेंज मे चलाए जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के तहत महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ जोन अन्तर्गत विस्तार प्लाटून नम्बर तीन के माओवादी राजे हेमला उर्फ वनोजा पति तीजू वेका उर्फ मंगलू उम्र 23 वर्ष ग्राम पेद्दागेलुर हेमलापारा बासागुडा और मंगलू वेका उर्फ तीजू पिता पाडू उम्र 26 वर्ष साकिन केशकुतुल नयापारा थाना भैरमगढ ने समर्पण किया है।
आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उप महानिरीक्षक कोमल सिंह, पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप के समक्ष समर्पण किया। इसके बाद इन्हें दस-दस हजार स्र्पए नगद प्रोत्साहन राशि दी गई। आत्मसमर्पण करने वाली दंपती का कहना है कि उन्होंने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भटकाव वाली जीवन शैली, भेदभावपूर्ण व्यवहार और प्रताडना से तंग आकर और प्रदेश सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है ।
इन घटनाओं में थी इनकी सहभागिता
मई 2016 में साजापानी जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड; सुखाटोला मुठभेड, जून 2016 में मलैदा, जिला राजनांदगांव में पुलिस के साथ मुठभेड; में शामिल थे।
जुलाई 2016 को अतिगुडी के जंगल ग्राम भावे में पुलिस-नक्सली मुठभेड; में शामिल,जिसमें दो जवान शहीद हुए थे।