रायपुर। कोरोना संक्रमण की वजह से तीन माह पहले तमाम गतिविधियों पर एक साथ ब्रेक लगाया गया था। जिसे धीरे-धीरे बहाल करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि कोरोना संक्रमण का प्रसार बढ़ा है और आने वाले समय में इस महामारी का और भी विध्वंशक स्वरूप देखने को मिल सकता है, जिसकी प्रबल संभावना है, इसके बाद भी दैनिक जीवन को बहाल करने के लिए सरकार शर्तों के साथ प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में यात्री बस परिचालन को भी अनुमति प्रदान की गई है, लेकिन बस संचालक तीन मांगों को लेकर अड़ गए हैं, जिससे स्वीकार किए जाने के बाद ही बस संचालन को बहाल किए जाने की बात इनके द्वारा कही जा रही है।
बस संचालक संघ का कहना है कि बीते तीन माह से सभी बसों के पहिए थमे रहे, जिसकी वजह से काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान हुआ है। यात्री बस संचालक संघ का कहना है कि उनकी तीन मांगे हैं, जिस पर यदि सरकार सहमत होती है, तभी जाकर बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इन तीन मांगों में पहला है कि उनका टैक्स माफ किया जाए और आगामी 6 माह के टैक्स में रियायत दी जाए। डीजल की कीमतों के आधार पर किराया दर बढ़ाया जाए और बसों को नाॅन यूज में रखा जाए, इसके अलावा के और एम फार्म की अनिवार्यता को समाप्त की जाए। इन तीन प्रमुख मांगों के अलावा भी अन्य कई मांग बस संचालकों ने प्रस्तावित किया है।
बस संचालक के लिए मांगों के बीच यह खबर भी सामने आ रही है कि परिवहन मंत्री आज दोपहर वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से बस महासंघ के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। वहीं जानकारी यह भी है कि बस महासंघ के पदाधिकारी मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे।