कोरबा। रिश्वत लेने के मामले में निलंबित चल रहे हैं, उप जेल कटघोरा के जेल प्रहरी धीरेंद्र परिहार पर एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला भी पुलिस ने दर्ज किया है। पिछले साल दिसंबर में जेल प्रहरी ने एक कैदी के परिजन से दस हज़ार की रिश्वत मांगी थी, तब उसे एसीबी की टीम ने दस हज़ार लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। हालिया मामले में महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगया है।
महिला ने थाने में शिकायत करते हुए बताया कि, आरोपी युवक का उसके घर में आना जाना था। महिला को घर में अकेले पाकर युवक ने उसके साथ जबरदस्ती संबंध बनाए और उसे जान से मारने की धमकी दी। आरोपी ने दो बार इस दैहिक शोषण को अंजाम दिया। प्रताड़ित महिला ने इस बात की शिकायत थाने में की है। पुलिस आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश में जुट गई है। थाने में शिकायत की जानकारी मिलते ही आरोपी युवक घर से फरार चल रहा है। घटना की जानकारी किसी को देने पर जान से मारने की भी धमकी दी। कटघोरा पुलिस ने युवती की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर भादवि की धारा 376 और 450 के तहत अपराध कायम कर लिया है।
बता दें कि जिले के हुंकरा गांव की निवासी रोहनी बाई रजक ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसका पति शंकरलाल रजक जेल में बंद है। आरोपी परिहार ने रोहनी बाई के पति शंकरलाल से जेल में मारपीट नहीं करने तथा खान पान और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 50,000 की रिश्वत मांगी थी। उन्होंने बताया कि जब रोहनी बाई ने परिहार से निवेदन किया तब परिहार ने 10,000 पहले दे देने और बाद में जमीन बेचकर दो लाख रूपए और देने के लिए कहा था।