रायपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी जंग में स्वास्थ्य विभाग हर पखवाड़े रेड, आरेंज और ग्रीन जोन की नई सूची जारी कर आगाह कर रहा है। इसका तात्पर्य यह होता है कि हम खुद को सुरक्षित रखने के लिए ऐहतियात बरतें, लेकिन वास्तव में नहीं हो रहा है। लोग बेखौफ होकर सड़कों पर, भीड़भाड़ वाले इलाकों में और प्रतिबंधित जगहों पर आवाजाही कर रहे हैं।
इसका दुष्परिणाम है कि प्रदेश में रेड जोन की संख्या अबकी बार 100 का आंकड़ा पार कर चुकी है। इसका सीधा तात्पर्य है कि हम उस अनजान खतरे की तरफ लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे हमें बचने की जरूरत है। यदि अब भी लोग नहीं संभले, तो यह खतरनाक महामारी कोरोना प्रदेश को किस अंधेरे खाने पर ले जाकर पटक देगा, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।
राज्य में स्वास्थ्य विभाग ने बीते पखवाड़े ही आगाह कर दिया था कि प्रदेश में कम्यूनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है, भले ही उस समय कहा गया था कि देश में सबसे निचले स्तर पर है, लेकिन शुरू होने का तात्पर्य ही यह है कि इससे बचने के लिए ऐहतियात जरूरी है, ताकि स्प्रेड जहां का तहां रूक जाए, पर प्रदेश में ऐसा नहीं हो रहा है।
लिहाजा प्रदेशभर की जनता से सरकार के साथ ग्रेंड न्यूज भी यह अपील करता है कि इस महामारी का चेन तोड़ने अपनी अह्म भूमिका का निर्वहन करें और खुद के साथ प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने का बीड़ा स्वयं भी उठाएं। क्यों कि यह केवल सरकारों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि आम जनता की भी जिम्मेदारी है, तब जाकर इस संकट से मुक्ति मिल पाएगी।