नई दिल्ली. काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन यानी सीआईएससीई (CISCE) ने दसवीं और बारहवीं क्लास के लंबित पेपर्स के मूल्यांकन के लिए असेसमेंट स्कीम जारी कर दी है. काउंसिल ने आईसीएसई (ICSE) और आईएससी (ISC) की 1 जुलाई से 14 जुलाई तक प्रस्तावित लंबित परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. काउंसिल ने 26 जून को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि वो इसी हफ्ते असेसमेंट स्कीम जारी कर देगी. इसी के बाद अब काउंसिल ने असेस्मेंट स्कीम जारी कर दी है.
नंबर देने के लिए होगा इन तरीकों का इस्तेमाल
1. स्टूडेंट के बोर्ड एग्जाम के सर्वश्रेष्ठ तीन पेपरों का औसत निकालकर रद्द किए गए लंबित पेपरों में नंबर दिए जाएंगे.
2. दसवीं क्लास के लिए : जो लंबित पेपर रद्द किए गए हैं, उनके इंटरनल असेसमेंट, प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल के आधार पर.
3. आईसीएसई (10th) के लिए पर्सेंटेज सब्जेक्ट इंटरनल असेसमेंट और आईएससी (12th) के लिए पर्सेंटेज सब्जेक्ट प्रोजेक्ट व प्रैक्टिकल को आधार माना गया है.
सीआईएससीई के अनुसार, इंटरनल असेसमेंट में स्टूडेंट की प्रवीणता को पैमाना बनाया गया है, जबकि जनरल एकेडमिक एबिलिटी की परख के लिए सर्वश्रेष्ठ तीन पेपर्स के औसत नंबरों के आकलन को आधार माना गया है. काउंसिल ने साल 2015 से लेकर 2019 तक के बोर्ड एग्जाम के डाटा का विश्लेषण किया है. इसी के तहत इस साल बोर्ड एग्जाम देने वाले सभी स्टूडेंट्स को पारदर्शी तरीके से नंबर दिए जाएंगे. आईएससी के ज्यॉग्राफी, सोशियालॉजी, साइक्लॉजी, बायोलॉजी और होम साइंस के नंबर कैलकुलेट करने के लिए भी यही फॉर्मूला अपनाया जाएगा.