कांकेर। नक्सल मोर्चे पर तैनात पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों में कोरोना वायरस का संक्रमण बेहद चिंता का विषय है। लेकिन इन दिनों हालात बुरी तरह से बिगड़े हुए हैं। बीते कुछ समय में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवानों को पाॅजिटिव पाया गया है। हालांकि काफी जवान स्वस्थ भी हो चुके हैं, लेकिन संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है।
शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के 8 जवानों में कोरोना संक्रमण की पहचान हुई है। संक्रमित पाए गए सभी जवान अंतागढ़ में तैनात हैं। बता दें सभी 8 जवान छुट्टी से वापस लौटे थे, इसके बाद से सभी को अंतागढ़ के हाई स्कूल में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहराया गया था। सभी संक्रमित जवानों को इलाज के लिए जगदलपुर रवाना किया गया है। यहां के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सभी का इलाज किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 30 जवान कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। जवानों में कोरोना के लगातार बढ़ते केस न केवल नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों के लिए चिंता खड़ी कर सकता है, बल्कि कैंपों में तैनात अन्य जवानों में भी दहशत भर सकता है। बता दें अब तक कोरोना की चपेट में आए सभी 30 जवान छुट्टी से लौटे थे। सीएमएचओ डॉ. जे.एल उइके ने बताया कि अंतागढ़ कैंप के 8 जवानों में कोरोना की पुष्टि हुई है, जिन्हें जगदलपुर मेडिकल कॉलेज भेजने के लिए मेडिकल टीम रवाना कर दी गई है। अंतागढ़ से अब तक 18 जवान कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, जबकि 12 जवान बांदे कैंप से हैं। दूसरी ओर, कांकेर जिले में अब तक कोरोना के 66 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 30 नक्सल मोर्चे पर तैनात सुरक्षा बलों के जवान हैं।